Prediction: बीते11 जून 2024 को पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास (Astrologer Anis Vyas) द्वारा बताया गया था कि, इस बार आषाढ़ मास का कृष्ण पक्ष 13 दिनों का रहेगा. साथ ही इस दौरान भारी जनहानि एवं प्राकृतिक घटित होने की संभावना भी जताई गई थी.


ज्योतिष के अनुसार, 23 जून से 5 जुलाई तक 13 दिनों तक नकारात्मक रहेगी. इस दौरान प्राकृतिक आपदाएं होंगी और बड़ी जन-धन की हानि होगी. मंगलवार, 2 जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश के हाथरस (UP Hathras) में सत्संग के दौरान (Hathras Satsang) हुए भगदड़ में 100 से अधिक लोगों की मृत्यु होने की खबर सामने आई, जोकि बहुत ही दुखद है. ऐसे में आषाढ़ कृष्ण पक्ष के दुर्योग काल को लेकर ज्योतिष का आंकलन सच साबित हुआ.


बता दें कि एबीपी न्यूज (ABP Live) में 11 जून 2024 को दुर्योग काल से जुड़ी खबर प्रकाशित की गई थी और ज्योतिष आंकलन में बताया गया था कि देश-दुनिया के लिए आषाढ़ माह का दुर्योग काल संकट लाएगा. आप नीचे इस लिंक पर क्लिक कर पूरी खबर पढ़ सकते हैं-


Ashadha Month 2024: इस बार आषाढ़ महीने का कृष्ण पक्ष 15 के बजाय 13 दिनों का होगा. ऐसा संयोग 100 साल बाद बना है. इसे दुर्योग काल (Duryoga kaal) कहा जाता है. 13 दिनों के इस काल को शुभ नहीं माना जाता है.


धार्मिक दृष्टिकोण से आषाढ़ का महीना (Ashadha Month 2024) बहुत ही शुभ माना जाता है. लेकिन इस वर्ष आषाढ़ महीने का कृष्ण पक्ष शुभ नहीं है. इसका कारण यह है कि इस वर्ष आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष में द्वापर युग और महाभारत (Mahabharat) काल जैसा संयोग बना है, जिसे बहुत ही अशुभ बताया जा रहा है.


आषाढ़ महीने की शुरुआत 23 जून 2024 से हुई है. बता दें कि हर महीने 15-15 दिनों के दो पक्ष (कृष्ण और शुक्ल) होते हैं. लेकिन इस वर्ष आषाढ़ महीने का कृष्ण पक्ष 15 दिनों का न होकर 13 दिनों का है. इसे दुर्योग काल (Duryog Kaal) कहा जाता है. ज्योतिष में दुर्योग काल को अशुभ माना जाता है. कहा जाता है कि, महाभारत के समय भी 13 दिन का पक्ष था और भयंकर युद्ध हुआ. इसके अलावा जब-जब दुर्योग काल बना है कई बड़े युद्ध और विनाशकारी स्थिति देखने को मिली. हाल ही में हाथरस (Hathras) में हुई जनहानि भी इसी दुर्योग काल में हुई है.


13 दिन का पखवाड़ा और अप्रिय घटनाएं 



  • महाभारत सहित कई बड़े युद्ध ऐसे ही 13 दिन के दुर्योग काल में हुए.

  • 1937 में दुर्योग काल जैसा ही संयोग बना, जिसमें विनाशकारी भूकंप (Earthquake) आया और बड़ी संख्या में नुकसान हुआ.

  • 1962 में दुर्योगा काल जैसे संयोग में भारत चीन युद्ध हुआ था. ज्योतिष आंकलन के अनुसार तब भी 13 दिन का ऐसा ही संयोग बना था.

  • 1999 में जब 13 दिन के पक्ष का संयोग बना तब कारगिल युद्ध हुआ था. 1979 व 2005 में भी अप्रिय घटनाएं हुई थी.

  • अब 2 जुलाई 2024 को हाथरस हादसा (Hathras Accident) हुई, जिसमें भगदड़ (Hathras Stampede) के दौरान सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो गई. 


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