Ganesh Visarjan 2021: गणेश भक्त उनकी विधि पूर्वक पूजा करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भादो शुक्ल गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना करते हैं और उसके बाद से उनकी पूजा करते हैं. 10 दिनों तक शास्त्र सम्मत विधि से पूजा करने के बाद शास्त्रोक्त विधि से अनंत चतुर्दशी के दिन इनकी विदाई भी करते हैं. इस साल गणेश विसर्जन आज 19 सितंबर को है. शास्त्रों के अनुसार विधि सम्मत गणेश विसर्जन से पूरे साल गणपति बप्पा की कृपा बनी रहती है. उनकी कृपा से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती है. घर परिवार में सुख-शांति और धन-वैभव में वृद्धि होती है.
आइये जानें भगवान श्रीगणेश विर्जसन की उत्तम विधि
गणेश विसर्जन के पहले भगवान श्री गणेश का पूजन करें. उन्हें मोदक और फल का भोग लगाएं. उनके मन्त्रों का जाप करें. उसके बाद आरती और पूजा में जाने-अनजाने हुई त्रुटि के लिए क्षमा प्रार्थना करें. अब उन्हें विदाई करने की प्रार्थना करें. अब लकड़ी के पाट पर लाल वस्त्र बिछाएं. गंगाजल छिडककर इसे पवित्र करें. अब गणेश जी को इस पाट पर रखें. अब पुनः इनकी विधि पूर्बक पूजा करें. फल, फूल, मोदक और कपड़े अर्पित करें. फिर चावल, गेहूं, पंचमेवा और कुछ सिक्के डाल कर पोटली बनाएं तथा इसे गणेश प्रतिमा के पास रखें. अब इन्हें गणपति बप्पा मोरिया के उद्घोष के साथ विसर्जन के लिए ले जाएं. विसर्जन स्थल पर रखकर पुनः आरती करें. उसके बाद क्षमा प्रार्थना के साथ उन्हें विसर्जित करें. इससे भगवान श्रीगणेश की साल भर कृपा बनी रहती है.
गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त- आज 19 सितंबर अनंत चतुर्दशी को भगवान गणेश के विसर्जन के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं. इन शुभ मुहूर्त में ही गणपति बप्पा का विसर्जन करें. इससे उनकी कृपा साल भर आप पर बनी रहेगी.
- 19 सितंबर की प्रातः मुहूर्त- आज सुबह 07:40 एएम से दोपहर बाद 12:15 बजे तक
- गणेश विसर्जन के लिए 19 सितंबर का अपराह्न मुहूर्त- आज दोपहर बाद 01:46 से 03:18 बजे तक
- सायंकालीन मुहूर्त- आज शाम 06:21 बजे से 10:46 बजे तक
- रात्रि मुहूर्त- 20 सितंबर को मध्यरात्रि के बाद 01:43 एएम बजे से 03:12 एएम तक
- 20 सितंबर को उषाकाल मुहूर्त- प्रातः काल 04:40 बजे से 06:08 बजे तक
- चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ- 19 सितंबर 2021 को प्रातः काल 05:59 एएम बजे से
- चतुर्दशी तिथि समाप्त- 20 सितंबर 2021 दिन सोमवार को प्रातः काल 05:28 एएम बजे तक