Shanti Mantra :घर में चाहिए सुख-शांति तो करें इन मंत्रों का जाप, कभी नहीं होगी कलह
Sukh-Shanti Ke Liye Mantra: घर में सुख शांति का माहौल बना रहे इसके लिए जरूरी है कि इन मंत्रों का नित्य जाप करें. इन सभी मंत्रों का नित्य जाप से घर के सभी प्रकार के दुख कलेश का नाश होगा.
Ghar Main Sukh-Shanti Ke Liye Mantra: जब भी हम किसी भी शुभ कार्य को शुरू करते हैं तो मंत्रों का सहारा लेते हैं ताकि जिस भी कार्य कि हम शुरुआत कर रहें हैं वो आगे चलकर खूब सफल हों. इसी तरह से जिस घर में रहने वाले सदस्यों के बीच आपसी प्रेम मोहब्बत बनी रहती हैं उस घर का वातावरण सुख शांति और खुशहाली से भरा ही रहता है.पर जिस घर में दुख कलेश का माहौल बना रहता है, उस परिवार में सुख समृद्धि कोसों दूर रहती है. अगर आप भी चाहते हैं कि आपके परिवार में सुख शांति बनी रहे तो यहां कुछ ऐसे कुछ ऐसे मंत्रों का जाप, जिनका जाप करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर परिवार में शांति बनी रहती है. आइए जानें आप कौन से मंत्र का जाप कर सकते हैं.
क्या होता है मंत्र का अर्थ
मंत्र का अर्थ होता है मन को एक तंत्र में बांधना. हमारे मन में कभी-कभी बेकार के विचार आते हैं, जिससे हमारा मन बिना मतलब ही दुखी हो जाता है और हम तरह- तरह कि चिंताओं से भर जातें है, ऐसी परिस्थिति में मंत्र सबसे कारगर होता है.
करें इन मंत्रों का जाप
1. ॐ सूर्य देवाय नमः
सुबह जल्दी उठकर नहाने के पश्चात एक लोटा में लाल फूल, सिंदूर और थोड़ा सा गुड़ डालकर सूर्यदेव को जल चढ़ाएं, और साथ में “ॐ सूर्य देवाय नमः” का 11 बार जप करें.
इस मंत्र के फायदे
सूर्य देव को सुख-समृद्धि का देवता माना जाता है इसलिए ऐसा प्रतिदिन करने से जीवन कि सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं और घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है.
2.यानि कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च।
तानि सवार्णि नश्यन्तु प्रदक्षिणे पदे-पदे।
इस मंत्र का जप रोज़ाना पूर्व दिशा कि ओर मुख करके 7 दिनों तक लगातार 3 बार करें.
इस मंत्र के फायदे
इस मंत्र को करने से घर में शांति का माहौल बना रहता है और हमारे द्वारा किए गए जाने-अनजाने में पाप या फिर जितने भी पाप हमने अपने पूर्वजन्म में भी किए हैं इस मंत्र का जाप करने से पापों से मुक्ति मिलती है.
3- ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः।
स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः।
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः।
स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥
यह मंत्र किसी भी पूजा के प्रारंभ में किया जाता है.स्वस्ति वाचन के पश्चात सभी दसों दिशाओं में अभिमंत्रित जल या पूजा में प्रयुक्त जल की छीटें लगाएं.
इस मंत्र के फायदे
इस मंत्र का भी जाप रोज़ाना करने से घर में कलेश आदि का वातावरण दूर होता है और सुख-शांति का अनुभव प्राप्त होता है.इससे व्यापार में अधिक आर्थिक लाभ मिलता है व हानि होने की संभावना कम होती है.
4. कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:॥
यह मंत्र एक तरह का कलेशनाशक मंत्र है. इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करना चाहिए.स्नान पश्चात कुश के आसन पर बैठकर सुबह और शाम संध्या वंदन के समय इस मंत्र का 108 बार जाप करें.
इस मंत्र के फायदे
इस मंत्र को करने से परिवार हर तरह के दुख, परेशानियों और कलेश आदि से मुक्त रहेगा और घर में सुख-शांति का माहौल बना रहेगा.आकस्मिक संकट के समय श्रद्धा और विश्वास के साथ उक्त मंत्र का जाप करने से संकट से मुक्ति मिलती है.
5. ॐ नम: शिवाय
इस मंत्र का उच्चारण शिवलिंग पर जल व बिल्वपत्र चढ़ाते हुए करें. इसके साथ ही आप रुद्राक्ष की माला से भी जाप कर सकतें है.
इस मंत्र के फायदे
यह मंत्र बेहद शक्तिशाली मंत्र होता है. इस मंत्र का निरंतर जाप करते रहने से चिंतामुक्त जीवन प्राप्त होता हैं और साथ ही साथ आंतरिक शांति भी प्रदान होती है.
6. श्री राम, जय राम, जय जय राम
हर कोई राम नाम का नाम अपनी रोजमर्रा कि ज़िन्दगी में रोज़ाना ही करते हैं. शुचि-अशुचि अवस्था में इसका जाप किया जा सकता है.
इस मंत्र के फायदे
राम के नाम से मन में शांति का वास होता है तथा हर प्रकार कि चिंता से मुक्ति मिलती है. साथ ही मन में आ रहें सभी प्रकार के नकारात्मक विचारों से छुटकारा भी प्राप्त होता है.
7. ॐ हं हनुमते नम:
अगर मन में किसी भी प्रकार की घबराहट, डर, चिंता औरकिसी भी कार्य की सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार प्रतिदिन इस मंत्र का जाप करें. शनिवार के दिन लाल चंदन की माला से 551 बार करने से सभी तरह की बाधाओं से मुक्ति मिलने लगती है.
इस मंत्र के फायदे
इस मंत्र का नित्य जाप करने से सभी प्रकार के दुख और कलेश का नाश होता है. घर में सुख शांति का माहौल बना रहता है. अच्छे उद्देश्य से किये जाने वाले किसी भी कार्य की सिद्धि के लिए इस मन्त्र का जाप फलदायी होता है.
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