Prediction 2025: किसी भी देश की तरक्की में ऊर्जा यानि एनर्जी का विशेष योगदान होता है. ऐसी ही एक एनर्जी है जिसे सोलर एनर्जी के नाम से जानते हैं. नया साल यानि 2025 सोलर एनर्जी के लिए काफी अच्छा रहने वाला है. सोलर एनर्जी को लेकर जानकारों का मानना है कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने मददगार है, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर आर्थिक विकास को गति देने और लोगों को मजबूत बनाने में सौर ऊर्जा सहायक है. ज्योतिष के माध्यम से जानेंगे कि सोलर एनर्जी को लेकर नया साल (New Year 2025) कैसा रहेगा-


सौर ऊर्जा क्या है?
सौर ऊर्जा यानि सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा. इसकी विशेष बात ये हैं कि  इससे बिजली बनाने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड जैसी ग्रीनहाउस गैसें नहीं निकलती है. यानि ये पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं है. सौर ऊर्जा की उष्मा को बिजली में बदलकर विभिन्न कामों में प्रयोग करते हैं.ये एक आधुनिक तकनीक है. इस एनर्जी का प्रयोग बुनियादी सेवाओं को बेहतर बनाने में किया जा सकता है.




साल 2025 का सूर्य से संबंध
ज्योतिष के अनुसार साल 2025 सूर्य के नाम है. ज्योतिष ग्रंथों में सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है. विशेष बात ये हैं कि नवसंवत्सर यानि हिंदू नववर्ष का राजा भी सूर्य है. सूर्य है तो एक मंत्री भी होना चाहिए. तो इस साल का मंत्री भी सूर्य है. हिंदू धर्म में नवसंवत्सर के राजा और मंत्री का नाम तय करने का सिद्धांत है. मान्यता है कि जिस दिन नव संवत्सर आरंभ होता है उस दिन के मुताबिक वर्ष के राजा का निर्धारण होता है. 2025 में नवसंवत्सर यानि विक्रम संवत 2082 की शुरुआत 30 मार्च 2025 से होने जा रही है, इस दिन रविवार है. रविवार का संबंध सूर्य से है. इसलिए इस सवंसत्सर का राजा सूर्य होगा. वहीं मंत्री का निर्धारण वैशाख मास के आरंभ के दिन से होता है तो ये भी रविवार से शुरू हो रहा है. नए साल में वैशाख का महीना रविवार, 13 अप्रैल 2025 से आरंभ हो रहा है.


रिन्यूऐबल एनर्जी में दिखेगी जबरदस्त ग्रोथ
राजा और मंत्री सूर्य होने के कारण रिन्यूऐबल एनर्जी खास तौर पर सोलर एनर्जी के लिए विशेष होने जा रहा है. सूर्य का साल होने के कारण वर्ष 2025 में इस क्षेत्र में विशेष विकास देखने को मिलेगा. नए साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्रीन एनर्जी के विजन की दुनिया भर में सराहना होने जा रही है. नया साल भारत के ग्रीन सेक्टर (Green Sector) के नाम होने जा रहा है. सोलर मॉड्यूल और सेल निर्माण के कार्य में विशेष उन्नति देखने को मिलेगी. वहीं भारत सोलर पावर इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में कुछ बड़ा कर सकता है. सोलर एनर्जी के उत्पादन में भारत की गिनती दुनिया के बेहतरीन देशों में होने जा रही है. इस क्षेत्र में चीन अभी नंबर वन है. सौर ऊर्जा उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरे स्थान है.


शनि बन रहा है बाधा!
किसी भी कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ कुशल प्रबंधन और क्रियान्वयन (execution ) का विशेष योगदान होता है. ज्योतिष में आत्मविश्वास का संबंध सूर्य से है. प्रशासनिक स्तर पर कुशल प्रबंधन का कारक बृहस्पति है, वहीं क्रियान्वयन शनि ग्रह से जुड़ा है. वर्ष 2025 में शनि का राशि परिवर्तन (Shani Gochar 2025) हो रहा है, शनि 29 मार्च यानि हिंदू कैलेंडर के शुरू होने से ठीक एक दिन पहले शनि देव कुंभ राशि से निकलकर बृहस्पति की मीन राशि में गोचर करेंगे. यहां पर प्रशासनिक कुशलता और क्रियान्वयन के मामले में कुछ रुकावट आ सकती है. यानि ध्यान न देने की स्थिति में विकास की गति लक्ष्य से दूर कर सकती है. इसलिए उच्च स्तर से इस पर विशेष ध्यान देना होगा. 


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