Indira Ekadashi 2023 Date: पितृ पक्ष में कौन सी एकादशी पड़ रही है? जानें इसका नाम, डेट और अन्य विशेष बातें
Indira Ekadashi 2023: हिंदू धर्म में इंदिरा एकादशी बहुत खास मानी गई है, इस दिन पितरों का श्राद्ध और व्रत रखतने से पूर्वजों की 7 पीढ़िया तृप्त हो जाती हैं. इंदिरा एकादशी की डेट, पूजा मुहूर्त
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Pitru Paksha, Indira Ekadashi 2023: अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है. एकादशी का व्रत व्यक्ति को पाप कर्मों से मुक्त करता है. साल की सभी एकादशी महत्वपूर्ण है लेकिन पितृ पक्ष में आने वाली इंदिरा एकादशी का बात खास है.
ग्रंथों में कहा गया है कि श्राद्ध के दिनों में विष्णु पूजा करने से भी पितर तृप्त हो जाते हैं. आइए जानते हैं इस साल पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी की डेट, मुहूर्त और महत्व.
इंदिरा एकादशी 2023 डेट (Indira Ekadashi 2023 Date)
पितृ पक्ष का आरंभ 29 सितंबर 2023 से हो रहा है. अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी 10 अक्टूबर 2023 को रखा जाएगा. इंदिरा एकादशी के दिन व्रत करने से मनुष्य को यमलोक की यातना का सामना नहीं करना पड़ता. इस दिन मघा श्राद्ध किया जाएगा.
इंदिरा एकादशी 2023 मुहूर्त (Indira Ekadashi 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 9 अक्टूबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 10 अक्टूबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 08 मिनट पर इसका समापन होगा.
- विष्णु पूजा का समय - सुबह 09. 13 - दोपहर 12.08
इंदिरा एकादशी 2023 व्रत पारण समय (Indira Ekadashi 2023 Vrat Parana Time)
पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी व्रत का पारण 11 अक्टूबर 2023 को सुबह 06.19 से सुबह 08 बजकर 39 मिनट तक किया जाएगा. इस दिन द्वादशी तिथि का समापन शाम 05.37 मिनट पर होगा.
इंदिरा एकादशी महत्व (Indira Ekadashi Significance)
इंदिरा एकादशी की खास बात यह है कि यह पितृ पक्ष में आती है. इसलिए इसका महत्व बढ़ जाता है. पद्म पुराण के अनुसार इस एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति के सात पीढ़ियों तक के पितृ तर जाते हैं विधिपूर्वकपूर्वज के नाम पर दान कर दिया जाए तो उन्हें मोक्ष मिल जाता है और व्रत करने वाले को बैकुण्ठ प्राप्ति होती है. इस दिन विधि-विधान तर्पण और ब्राह्मण भोजन कराने, दान-दक्षिणा देने से पितर स्वर्ग में चले जाते हैं.
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