International Yoga Day 2024: योग विश्व को भारत की अमूल्य देन है. भारत ने योग के क्षेत्र में दुनिया को बहुत कुछ दिया, जिससे दुनियाभर के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए. इसका पूरा श्रेय भारत के उन महान और प्रसिद्ध गुरुओं को जाता है, जिनके कारण योग के लाभ और इसके महत्व की अहमियत को दुनियाभर में पहचान मिली.


योग को भारत की प्राचीन विधा कहा जाता है. योग व्यक्ति को स्वस्थ, निरोगी और जीवनशैली को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है. इसलिए योग सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं. योग के स्वास्थ्य और मानसिक लाभ को जानने के बाद आज इसे दुनियाभर में पहचान मिली और योग के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस (Yoga Diwas) के रूप में मनाया जाता है.   


भारत में योग के ऐसे कई प्रसिद्ध गुरु हुए जिन्होंने योग की कला का परचम दुनियाभर में फहराया. इन गुरुओं के कारण आज विश्वभर में योग का डंका बज रहा है. आइये योग दिवस पर जानते हैं उन महान भारतीय गुरुओं के बारे में जिनके प्रयासों के कारण आज विश्वभर में योग को मिली पहचान.


महर्षि पतंजलि (Maharshi Patanjali): महर्षि पतंजलि को योग का जनक कहा जाता है. इन्होंने योग के 195 सूत्रों का प्रतिपदान किया, जिसे योग दर्शन का स्तंभ माना जाता है. इनके द्वारा ही अष्टांग योग (Ashtanga yoga) की महत्ता बतलाई गई, जोकि स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण है.


तिरुमलाई कृष्णामाचार्य (Tirumalai Krishnamacharya): तिरुमलाई कृष्णामाचार्य को आधुनिक युग का योग पिता कहा जाता है. इन्हें आयुर्वेद और योग का ज्ञान था. इन्होंने योग के महत्व को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत का भ्रमण किया. इन्हें हृदय गति और धड़कनों पर नियंत्रण रखना भी आता था. हठ योग के प्रचलन को दोबारा से बढ़ावा देने में भी इनकी अहम भूमिका रही.  


महर्षि महेश योगी (Maharishi Mahesh Yogi): महर्षि महेश योगी ने भी योग को दुनियाभर में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. इन्होंने अमेरिका से विदेश यात्रा शुरू कर हॉलैंड तक पहुंचाया. इसके बाद वहीं अपना स्थायी निवास बना लिया.


बीकेएस अयंगर (B. K. S. Iyengar): बीकेएस अयंगर का पूरा नाम बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर था. इन्होंने अयंगर योग की स्थापना की और बाद में इसे पूरी दुनिया में फैलाया. इन्होंने एक संस्थान की भी स्थापना की, जिसका नाम योग विद्या था. बाद में इस संस्थान की 100 से अधिक शाखाएं दुनियाभर में खोली गईं और इस तरह से दुनियाभर में भारतीय योग को पहचान मिली. इन्होंने योग पर एक पुस्तक ‘लाइट ऑन योग’ भी लिखी.


जग्गी वासुदेव (Sadhguru): जग्गी वासुदेव या सद्गुरु ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) के संस्थापक हैं. इस फाउंडेशन के माध्यम से वे पूरी दुनिया को योग सिखाते हैं. सद्गुरु की संस्था दुनियाभर में योग से जुड़े कार्यक्रमों का भी आयोजन कराती है.


इन सभी योग गुरुओं के साथ ही भारत के अन्य कई योग गुरु हैं, जिन्होंने योग को देश-विदेश तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई और निभा रहे हैं. इनमें श्री योगेंद्र, स्वामीराम, आचार्य रजनीश, स्वामी सत्येंद्र सरस्वती, गुरु परमहंस योगानंद ,स्वामी शिवानंद, योगाचार्य स्वामी कुवलयानन्द ,कृष्ण पट्टाभि जोइस, स्वामी विवेकानंद, बिक्रम चौधरी और बाबा रामदेव आदि का नाम शामिल है.


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