नई दिल्लीः कई लोगों की किस्तम का ताला बहुत मुश्किल से खुलता है. नतीजन उनके बनते काम बिगड़ जाते हैं. सफलता हाथ नहीं लगती. ऐसे में कुछ लोग वास्तु ठीक करने तो कुछ लोग जगह बदलने की सलाह देते हैं. चलिए जानते हैं क्या सचमुच जगह बदलने से आपकी किस्मत खुल सकती है. जानिए, इस संबंध में क्या कहते हैं ज्योतिष.


इन स्थितियों में बदलें घर-




  • ऐसा कहा जाता है कि स्थान परिवर्तन भाग्य के बंद रास्ते खोल सकता है. अगर एक जगह आपका पढ़ने में मन नहीं लगता तो जगह बदलने से लाभ हो सकता है.

  • ठीक ऐसे ही यदि पति-पत्नी में झगड़ा होता है तो अपने सोने का कमरा बदल लें. इससे लाभ होता है.

  • अगर भाग्य या पैसा रुक सा जाए तो जगह बदलने से लाभ होगा. ऐसा करना आपके जीवन में शुभ समाचार भी ला सकता है.

  • घर में अगर बार-बार आग लगे तो भी जगह बदल लेनी चाहिए.

  • अगर अक्सर मेहमान नाराज होकर घर से जाते हैं तो आप तुरंत अपनी जगह बदल लें.

  • कारोबार में हानि हो रही है तो उस जगह को बदल लें जहां कारोबार करते हैं.


इन दिशाओं की तरफ दें खास ध्यान-




  • हर स्थान की दिशा की अपनी ऊर्जा होती है. ऐसे में हर स्थान की ऊर्जा हरेक को सूट नहीं करती है. जिनका सूर्य मुख्य ग्रह है उनको पश्चिम दिशा में नुकसान होता है.

  • जिनका मुख्य ग्रह चंद्रमा है उनको उत्तर-पश्चिम दिशा में लाभ होता है.

  • मंगल और केतु प्रधान लोगों की दिशा दक्षिण होती है.

  • जिनका मुख्य ग्रह बुध होता है उनको उत्तर दिशा में लाभ मिलता है.

  • बृहस्पति प्रधान लोगों को उत्तर-पूर्व दिशा में लाभ होता है.

  • शुक्र प्रधान लोगों को दक्षिण में लाभ होता है. राहु प्रधान लोगों को पश्चिम में लाभ होता है.


स्थान परिवर्तन को स्वीकार करें -




  • शनि और राहु अच्छा होने पर जगह में बदलाव मन मुताबिक होता है.

  • शनि और राहु खराब होने पर मजबूरी में जगह परिवर्तन करना पड़ सकता है.

  • शनि और राहु अच्छा होने पर स्थान परिवर्तन से लाभ होता है.

  • शनि और राहु कमजोर होने पर स्थान परिवर्तन कलह देता है.

  • मेष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि के लोग सारे रास्ते बंद होने पर जगह बदल लें.


ध्यान रखने योग्‍य बातें -




  • स्थान परिवर्तन से पहले मां, मौसी या मामा को तीर्थयात्रा कराएं.

  • स्थान परिवर्तन के समय धार्मिक अनुष्ठान करें.

  • 11 सोमवार सफेद कपड़े में चावल और मिश्री बांधकर बहते पानी में बहाएं.

  • 11 मंगलवार शक्कर और मिश्री का प्रसाद चढ़ाएं और लोगों को बांटें.

  • स्थान परिवर्तन के समय लाल पत्थर या ईंट मंदिर या स्कूल में दें.

  • जिस जगह को बदलना है उसमें गुरू, विद्वानया 8 साल से छोटी कन्या को बुलाकर भोजन कराएं.


ये खबर एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.