एक्सप्लोरर

Islamic New Year: मुहर्रम से इस्लामिक नववर्ष 1446 शुरू, जानिए कब और कैसे हुई थी हिजरी कैलेंडर की शुरुआत

Islamic New Year: मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है, जिसे इस्लाम में गम का महीना माना जाता है. आज 8 जुलाई 2024 से मुसलमानों के नए साल की शुरुआत हो चुकी है, जो 26 जुलाई 2025 तक रहेगा.

Islamic New Year:  इस वर्ष सोमवार 8 जुलाई 2024 से मुहरर्म महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस्लामिक कैलेंडर में एक वर्ष में 12 महीने होते है, जिसमें मुहर्रम साल का पहला महीना होता है. मुहर्रम (Muharram) का अर्थ होता है 'अनुमति नहीं होना' या 'निषिद्ध'.

इस्लाम (Isla) में मुहर्रम को रमजान (Ramadan) के बाद दूसरा सबसे पाक महीना माना जाता है. क्योंकि इस महीने में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई थीं. इस्लामिक कैलेंडर को हिजरी कैलेंडर के नाम से जाना जाता है, जोकि चंद्रमा पर आधारित होता है. हिजरी कैलेंडर के अनुसार यह वर्ष 1446 है. आइये जानते हैं इस्लाम में हिजरी कैलेंडर का महत्व.

चंद्र पर आधारित होता है इस्लामिक कैलेंडर

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नए तारीख की शुरुआत रात 12 बजे के बाद होती है. हिंदू कैलेंडर विक्रम संवत में सूर्योदय के साथ नई तिथि लग जाती है. वहीं इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा के अनुसार चलता है. इसलिए इसमें सूर्यास्त के बाद यानी मगरिब के समय नए तिथि की शुरुआत होती है.

हिजरी कैलेंडर में 12 चंद्र महीने होते हैं, जिसमें हर महीना 29 या 30 दिनों का होता है. इस तरह से पूरा वर्ष 354 दिनों का होता है. इसलिए हिजरी संवत सौर संवत से 11 दिनों का छोटा होता है. हालांकि इस 11 दिनों के अंतर को पूरा करने के लिए जिलहिज्ज माह में कुछ दिन जोड़ दिए जाते हैं.

कैसे हुई हिजरी कैलेंडर की शुरुआत

इस्लाम में मुहर्रम भले ही साल का पहला महीना होता है और इससे नववर्ष की शुरुआत होती है. लेकिन इसे गम, शोक और चिंतन का महीना माना जाता है. क्योंकि इसी महीने में इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों ने शहादद दे दी थी.

इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार हिजरी की शुरुआत दूसरे खलीफा हजरत उमर रजि. के समय हुई थी. हजरत अली रजि. के राय से यह तय हुआ था. वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार हिजरी सन की शुरुआत इस्लाम के आखिरी प्रवर्तक हजरत मोहम्मद के पाक शहर मक्क से मदीना जाने के समय से हिजरी सन को इस्लाम के नए वर्ष का आरंभ माना जाता है.

हजरत अली रजि. और हजरत उस्मान गनी रजि के कहने पर खलीफा हजरत उमर रजि ने मुहर्रम को हिजरी वर्ष का पहला माह तय किया और इसके बाद से विश्वरभर में इस्लाम धर्म को मानने वालों मुसलमानों के लिए मुहर्रम के पहले दिन को इस्लामी नव वर्ष की शुरुआत माना गया.

मुहर्रम में हुई ये विशेष घटनाएं

  • इमाम हुसैन और 72 साथियों की शहादद: मुहर्रम महीने के 10वें दिन लोग उपवास रखते हैं. इसे आशूरा या यौम-ए-आशूरा कहा जाता है. इस्लामिक मान्यता के अनुसार मुहर्रम के 10वें दिन ही मानवता की रक्षा की लिए लड़ते हुए पैंगम्बर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन समेत 72 साथियों ने इराक के कर्बला में शहादद दे दी थी. इसलिए मुसलमान मुहर्रम में मजलिस करते हुए इमाम हुसैन और उनके साथियों को याद करते हैं. वहीं मुहर्रम के 10वें दिन को इमाम हुस्सैन और उनके साथियों की शहादद के रूप में मनाया जाता है. इस दिन गम में लोग काले रंग के कपड़े पहनते हैं और अलग-अलग शहरों के इमामबाड़े से ताजिया का जुलूस निकाला जाता है.
  • पैगंबर मूसा की जीत: पैगंबर मोहम्मद साहब से पहले मुहर्रम के 10वें दिन पैगंबर मूसा ने मिस्र के फिरौन पर जीत हासिल की थी. इसलिए इनकी याद में भी मुसलमान उपवास या रोजा रखते है. इसे मुहर्रम में बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर याद किया जाता है.
  • हिजरी कैलेंडर की शुरुआत: इस्लाम में मुहर्रम का महत्व इसलिए भी और अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि इसी महीने से हिजरी कैलेंडर की शुरुआत होती है. माना जाता है कि दूसरे खलीफा हजरत उमर फारुख ने हिजरी कैलेंडर की शुरुआत की थी.

इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के महीने

मुहर्रम
सफर
रबीउल-अव्वल
रबीउल-आखिर
जुमादिल अव्वल
जुमादिल आखिर
रज्जब
शाअबान
रमजान
शव्वाल
जिल काअदह
जिलहिज्जा

ये भी पढ़ें: Muharram 2024 Date: मुहर्रम से होगी इस्लामिक नववर्ष की शुरुआत, जानिए कब मनाया जाएगा यौम-ए-आशूरा

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. 

Dharma LIVE

ABP Shorts

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

IDS Crash Course: सेना के सीनियर अधिकारियों को क्रैश कोर्स कराएगा IDS, जानिए क्यों उठाया जा रहा ये कदम
सेना के सीनियर अधिकारियों को क्रैश कोर्स कराएगा IDS, जानिए क्यों उठाया जा रहा ये कदम
हरियाणा में नहीं थम रहीं BJP की मुश्किलें, अब इस पूर्व मंत्री ने अपनाए बागी तेवर, दिया अल्टीमेटम
हरियाणा में नहीं थम रहीं BJP की मुश्किलें, अब इस पूर्व मंत्री ने अपनाए बागी तेवर, दिया अल्टीमेटम
गणपति दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचे आमिर खान, आरती कर लिया बप्पा का आशीर्वाद, देखें तस्वीरें
गणपति दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचे आमिर,आरती कर लिया बप्पा का आशीर्वाद
iPhone 15 Pro Max है या कोई 'इंसान'? इस यूट्यूबर ने खेल-खेल में बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
iPhone 15 Pro Max है या कोई 'इंसान'? इस यूट्यूबर ने खेल-खेल में बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Weather News: लगातार बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर | ABP News | Breaking | Heavy Rain | IMDBahraich Wolf Attack: दहशत की 'बेड़ियां'...एकदम करीब दिखे भेड़िए ! ABP News | UP News | Bhediyaएकादशी का व्रत ऐसे होगा सफल Dharma LiveBhuvan Bam को कब मिली 15000 की Tip?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
IDS Crash Course: सेना के सीनियर अधिकारियों को क्रैश कोर्स कराएगा IDS, जानिए क्यों उठाया जा रहा ये कदम
सेना के सीनियर अधिकारियों को क्रैश कोर्स कराएगा IDS, जानिए क्यों उठाया जा रहा ये कदम
हरियाणा में नहीं थम रहीं BJP की मुश्किलें, अब इस पूर्व मंत्री ने अपनाए बागी तेवर, दिया अल्टीमेटम
हरियाणा में नहीं थम रहीं BJP की मुश्किलें, अब इस पूर्व मंत्री ने अपनाए बागी तेवर, दिया अल्टीमेटम
गणपति दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचे आमिर खान, आरती कर लिया बप्पा का आशीर्वाद, देखें तस्वीरें
गणपति दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचे आमिर,आरती कर लिया बप्पा का आशीर्वाद
iPhone 15 Pro Max है या कोई 'इंसान'? इस यूट्यूबर ने खेल-खेल में बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
iPhone 15 Pro Max है या कोई 'इंसान'? इस यूट्यूबर ने खेल-खेल में बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड
आर्टिकल 370 जैसे मसले भावनात्मक और बेमानी, कश्मीर के भविष्य पर काम करें राजनीतिक दल
आर्टिकल 370 जैसे मसले भावनात्मक और बेमानी, कश्मीर के भविष्य पर काम करें राजनीतिक दल
IND vs BAN 1st Test Tickets: कैसे और कहां खरीदें भारत-बांग्लादेश के पहले टेस्ट का टिकट? कीमत से लेकर जानें सबकुछ
कैसे और कहां खरीदें भारत-बांग्लादेश के पहले टेस्ट का टिकट?
Ultra Luxury Homes: 40 करोड़ रुपये से महंगे घरों की डिमांड से सब हैरान, 1 लाख रुपये स्क्वायर फीट कीमत चुका रहे लोग
40 करोड़ रुपये से महंगे घरों की डिमांड से सब हैरान, 1 लाख रुपये स्क्वायर फीट कीमत चुका रहे लोग
Jawhar Sircar News: 'इस्तीफे से पीछे हटना संभव नहीं...', फोन पर ममता के मनाने पर भी नहीं माने जवाहर सरकार
'इस्तीफे से पीछे हटना संभव नहीं...', फोन पर ममता के मनाने पर भी नहीं माने जवाहर सरकार
Embed widget