Safalta Ki Kunji : दैनिक जीवन में हम कामयाबी के लिए तमाम सूत्रों का पालन करते हैं, इस यकीन के साथ सही समय आने पर सफलता जरूर मिलेगी, मगर यह पूरी तरह सच नहीं है. सफलता के लिए किए गए इंतजार से बेहतर उपलब्ध समय का सदुपयोग कर सफलता तक खुद पहुंचने का प्रयास ही समझदारी है.
सफल और असफल व्यक्ति का अंतर
विद्वानों का मानना है कि असफलता के लिए अधिकांशतः व्यक्ति के अपने प्रयास जिम्मेदार होते हैं. ऐसा इसलिए कि उनकी सोच-समझ और लिए गए निर्णय ही यह दिशा तय करते हैं. एक सूत्र यह भी है कि सफल लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा अवसर की तलाश करते हैं, बिना द्वेष, बिना स्वार्थ, जबकि जीवन में असफल लोग हमेशा इस सोच के साथ कि इससे मुझे क्या फायदा, अपनी प्रगति से ना जाने कितने दूर हो चुके होते हैं. विद्वानों का कथन है कि मेरा क्या फायदा की सोच ही व्यक्ति की मानसिक स्थिति और विकास को संकीर्ण कर देती और भविष्य में बन सकने वाले मजबूत रिश्तों की नींव को खोखला कर देती है.
जिस माहौल में रहता है, वैसा ही वह बनता है
यह भी बेहद स्वाभाविक है जो जैसा जिस माहौल में रहता है, वैसा ही वह बनता है. ऐसे में अगर आपको सफल होना है तो यह आपको ही तय करना है कि कैसे लोगो के साथ रहना है. नहीं रह सकते तो उनके की कही बातों को फॉलो करने, उनकी लिखी किताबें पढ़कर भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है. वही लोग हमेशा आगे बढ़ पाते हैं, जो उत्साह और ऊर्जा से भरे होते हैं.
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