Jagannath Puri Rath Yatra 2021 Live: रथ यात्रा आज से शुरू, बिना घोड़ा-गाड़ी और बैंड-बाजों की धूम के होगी भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा, श्रद्धालु नहीं हो सकेंगे शामिल
Jagannath Puri Rath Yatra 2021 Live Updates: जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू हो रही है. जानें इसके नियम, पूजा विधान और महत्व
गुजरात के अहमदाबद में भगवान जगन्नाथ की 144वीं रथ यात्रा शुरू हो गई है. हालांकि कोविड -19 के चलते लोगों को इसमें शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है. रथ यात्रा मार्ग पर कर्फ्यू लगाया गया है. इसके चलते भीड़-भाड़ एकत्रित नहीं हुई है. रथ यात्रा के केवल तीन रथों पर ही हो रही है. जिसे खालसी समुदाय के 100 बच्चे खींच रहे हैं.
जगन्नाथ रथ यात्रा का कार्यक्रम शुरू हो चुका है. यात्रा का समापन 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी के दिन होगा. हिन्दू पंचांग के अनुसार, पुरी यात्रा हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकाली जाती है. माना जाता है कि इस यात्रा के माध्यम से भगवान जगन्नाथ साल में एक बार प्रसिद्ध गुंडिचा माता के मंदिर में जाते हैं. भगवान जगन्नाथ से जुड़े इस मंत्र का जप करके आप उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं.
नीलांचल निवासाय नित्याय परमात्मने।
बलभद्र सुभद्राभ्याम् जगन्नाथाय ते नमः
जगन्नाथ रथ यात्रा के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री ने देश वासियों एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई देते हुये भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना की कि वे सभी के जीवन में सुख समृद्धि प्रदान करें और स्वास्थ्य अच्छा रहे.
अहमदाबाद में जगन्नाथ रथ यात्रा को संक्षिप्त कर दिया गया है. जहां रथ यात्रा का पूरा रूट करीब 13 किमी. का होता था वहीं इस बार इस रथ यात्रा को छोटा कर दिया गया है. आम तौर जगन्नाथ रथ यात्रा को पूरा होने में करीब 10 घंटे का समय लगता है, लेकिन कोविड काल के दौरान इसका समय कम करके 4-5 घंटे में कर दिया गया है.
जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू होने जा रही है. कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुये इस रथ यात्रा में भक्तों और श्रद्धालुओं के शामिल होने की अनुमति नहीं है. भक्त गण इसे अपने घर पर टीवी व अन्य माध्यमों से देख सकते हैं. इस बार भगवान जगन्नाथ रथ पर न सवार होकर वाहन पर सवार होंगे.
कोरोना संकट के बीच इस वर्ष भी ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में आज भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाला जा रही है. कोरोना के संकट को देखते हुये इस बार भी रथयात्रा में श्रद्धालुओं को शामिल होने की इजाजत नहीं दी है. इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. अमित शाह ने अहमदाबाद रथयात्रा से पहले मंदिर में आरती की और हाथियों को फल खिलाए.
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर रथ यात्रा में केवल तीन रथों और दो अन्य गाड़ियों के अलावा किसी भी प्रकार के वाहन को हिस्सा लेने की अनुमति नहीं है. इस बार रथ यात्रा के दौरान गायन मंडली, अखाड़े, हाथी या सजे हुए ट्रकों को अनुमति नहीं दी जाएगी. 'इस बार यात्रा को चार से पांच घंटे में पूरी करने की योजना बनाई गई है. रथ यात्रा के मार्ग में लोग एकत्र न हों , इसके लिए पूरे मार्ग पर सुबह से लेकर दोपहर तक कर्फ्यू लागू किया जाएगा.
जगन्नाथ रथ यात्रा के लिए ओडिशा सरकार ने पहले ही गाइडलाइन्स जारी कर चुका है. इस दिशा निर्देशों के मुताबिक़ इस बार भी रथ यात्रा में भीड़ एकत्रित नहीं होगी क्योंकि पूरी यात्रा कोरोना कर्फ्यू के बीच निकाली जा रही है. हर साल इस यात्रा के दौरान लोगों की भारी भीड़ जमा होती है. लेकिन इस साल रथयात्रा का आयोजन सादे तरीके से किया गया है.
जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा के लिए मंदिरका दरवाजा सुबह 4:30 बजे खोला जाएगा और फिर मंगल आरती होगी. उसके बाद का कार्यक्रम निम्न प्रकार से होगा.
- मैलामा- सुबह 5 बजे
- तड़प लगी- सुबह 5 बजे
- रोशो होमा -5 पूर्वाह्न
- अबकास-5.30 पूर्वाह्न
- सूर्य पूजा -5.40 पूर्वाह्न
- द्वारपाल पूजा - सुबह 6 बजे
- बेसा सेसा -6 पूर्वाह्न
- गोपाल भोगो, धूपा -6.30 पूर्वाह्न से 7 बजे
- पहाडी प्रारंभ- सुबह 8.30 बजे
- पहांडी अंत- 11.30.am
- चेरापहाड़ा- दोपहर 12.45-2 बजे
- रथ यात्रा दोपहर 3 बजे शुरू होगी
बैकग्राउंड
Jagannath Puri Rath Yatra 2021 Live Updates: जगन्नाथ रथ यात्रा आज से शुरू हो रही है. चार धामों में से एक जगन्नाथ पुरी मंदिर की रथ यात्रा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. जगन्नाथ जी का यह मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी में स्थित है. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जीकी मूर्ति स्थापित की गई है. जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा में जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा जी अलग-अलग रथ में सवार होकर पुरी की यात्रा करते हैं. तीनों देवता अलग –अलग रथ पर सवार होते हैं. जिनके रंग, आकार और सजावट में काफी भिन्नता होती है. भगवान जगन्नाथ जी का रथ अन्य के रथों से बड़ा होता है.
जगन्नाथ रथ यात्रा की आरती में हुए शामिल हुए अमित शाह
भारत के गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में पूजा किया और हाथी को खाना खिलाये. रथयात्रा से पहले अमित शाह ने भगवान जगन्नाथ की आरती की. इस बार की रथ यात्रा भी पिछले साल की तरह इस साल भी बिना भक्तों के निकाली जानी है. श्रद्धालुओं के सीधे तौर पर इसमें शामिल होने की अनुमति नहीं है. क्योंकि महामारी के कारण किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है.
गुजरात: जगन्नाथ रथ यात्रा से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने की पूजा, मंगल आरती में लिया हिस्सा
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