Jamwant and Lord Krishna War: जम्मू की इसी गुफा में हुआ था जामवंत और भगवान श्रीकृष्ण का युद्ध, जानें विस्तार से
जम्मू-कश्मीर के जम्मू में तवी नदी के तट पर स्थित जामवंत या पीर खो गुफा में जामवंत ने एक रुद्राक्ष शिवलिंग बनाकर कई सालों तक तपस्या किया था. इसी पीर खो या जामवंत गुफा में भगवान श्रीकृष्ण और जामवंत का युद्ध भी हुआ था.
Jamwant & Lord Krishna: भारत के जम्मू-कश्मीर को जिसे भारत के स्वर्ग के नाम से भी पुकारा जाता है का महत्व आध्यात्मिक दृष्टि से प्राचीन काल से ही रहा है. जम्मू-कश्मीर की इस महत्ता का वर्णन हमें शिवपुराण से लेकर स्कन्द पुराण सहित कई अन्य पुराणों में भी मिलता है. ऐसा माना जाता है कि जम्मू-कश्मीर में आज भी ऐसे कई मंदिर और मजार हैं जो हमारे सैनिकों की रक्षा करते हैं. शिवपुराण के मुताबिक यहीं पर देवासुर नामक संग्राम भी हुआ था. इसी देवासुर संग्राम में असुरों को देवताओं ने पराजित किया था. आइए जम्मू की पीर खो या जामवंत गुफा के बारे में विस्तार से जानते हैं.
जम्मू की पीर खो या जामवंत गुफा: जम्मू में तवी नदी के किनारे स्थित ‘पीर खो’ नामक गुफा को जामवंत गुफा के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा भी कहा जाता है कि इस गुफा में कई पीर-फकीरों और ऋषि-मुनियों ने अपनी तपस्या किया था जिसके कारण इस गुफा का नाम पीर खो गुफा पड़ गया. इसी गुफा में प्रकाश मणि को लेकर भगवान श्रीकृष्ण और जामवंत के बीच युद्ध हुआ था. यह युद्ध लगातार 27 दिनों तक चला था. इस युद्ध में जामवंत की हार हुई थी. परिणाम स्वरुप हारने के बाद जामवंत ने प्रकाश मणि को भगवान श्रीकृष्ण को वापस कर दिया था. यहीं पर जामवंत ने अपनी पुत्री सत्यभामा का विवाह श्रीकृष्ण से किया था.
इसी गुफा में है भारत का एकमात्र एक रुद्राक्ष शिवलिंग: आपको यहीं यह भी बताते चलें कि इसी पीर खो या जामवंत गुफा में जामवंत द्वारा स्थापित एक रुद्राक्ष शिवलिंग आज भी विराजमान है. यह गुफा देश के कई मंदिरों और गुफाओं से जुड़ी हुई है.