नई दिल्लीः देशभर में श्री कृष्ण जन्मष्टमी का त्यौहार धूम धाम के साथ मनाया गया. हालांकि, मंदिरों में कोरोना वायरस की वजह से भीड़ नदारद रही. कोरोना वायरस महामारी के बीच ब्रज में श्री कृष्ण जन्मष्टमी का त्यौहार धूम धाम के साथ मनाया गया. मंदिरों को बेहतरीन तरीके से सजाया गया. वहीं मंदिरों की जगमगाती रौशनियां उनके दर्शनार्थियों के अभाव में कुछ फीकी-फीकी सी ही नजर आयी.


मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम


मथुरा में कृष्ण जन्माष्टमी के मुख्य आकर्षण माने जाने वाले श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भागवत भवन, ठा. केशवदेव मंदिर, गर्भगृह व योगमाया मंदिर आदि में श्री कृष्ण जन्मष्टमी और जन्माभिषेक काफी धूमधाम से मनाया गया. पूरे मंदिर परिसर में झांझ, मजीरे, ढोल, नगाड़ों की ध्वनि से कान्हा के जन्म के उल्लास का आभास दे रही थी.





अर्पित हुए 1 हजार पुष्प


मथुरा में रात 11:55 बजे श्रीकृष्ण के जन्म से पहले उनके एक हजार नामों का जाप किया गया. इसके साथ ही एक हजार पुष्प भी राधा और श्रीकृष्ण को अर्पित किए गए. जिसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. वहीं 12 बजते ही मंदिर के कपाट दोबारा खोला गया. इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण की भव्य आरती हुई और उसके बाद श्रीकृष्ण के बाल विग्रह का महाभिषेक हुआ.


दो तरह से हुआ महाभिषेक


इस बार भगवान श्रीकृष्ण को दो तरह से महाभिषेक किया गया. पहला तीन नदियों के संगम के पानी से और दूसरा पंचाभिषेक यानी कि पंचामृत का अभिषेक किया गया. तीन नदियों के जल में गंगा और अयोध्या से सरयू नदी के जल को लाया गया था. ठीक 12 बजे मथुरा में चांदी का कमल खिल गया. इसमें से भगवान श्रीकृष्ण दिखाई दिए. जिसके बाद श्रीकृष्ण की आरती की गई. इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण का भगवान राम की नगरी अयोध्या की सरयू नदी का जल और गंगा के जल से अभिषेक किया गया.


भगवान श्रीकृष्ण को लगाया गया 56 भोग


मथुरा में कान्हा का जन्म होते ही पूरा जन्मस्थान परिसर बधाइयों और जयकारों से गूंज उठा है. पहली बार भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बिना भक्तों के मनाया गया है. कोरोना महामारी के चलते इस वक्त भक्त अपने भगवान के सामने नहीं है. भगवान श्रीकृष्ण के अभिषेक के बाद उन्हें 56 भोग लगाया गया.


कोरोना खतरे के बीच डिजिटल पूजा


जहां देशभर में आज श्रीकृष्ण जनमोत्सव उत्साह से मनाया गया और हरे कृष्णा का मंत्र देश भर में गूंज रहा था. वहीं कोरोना के मौजूदा खतरे के बीच दिल्ली के इस्कॉन मंदिर में सावधानी के साथ पूजा-अर्चना की गई. मंदिर में डिजिटल पूजा की व्यवस्था की गई थी.





भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज ने मनाई कृष्ण जन्माष्टमी 


देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी की धूम देखी गई. वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर भगवान श्री कृष्ण की आरती करते देखा गया. उनके साथ उनकी पत्नी को भी श्री कृष्ण की आरती में शामिल होते देखा जा सकता है.


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