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Mahabharat: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म किस युग में हुआ था, क्या आप जानते हैं?
Mahabharat Katha: जन्माष्टमी का पर्व आने वाला है. 12 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म दिन जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाएगा. महाभारत की कथा में भगवान श्रीकृष्ण मुख्य पात्र के तौर पर नजर आते हैं. आइए जानते हैं भगवान श्रीकृष्ण के बारे में.
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Mahabharat In Hindi: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म कब हुआ था. इस प्रश्न का उत्तर हर कोई जानना चाहता है. आज हम आपको भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से जुड़ी कुछ विशेष बातें बताने जा रहे हैं.
द्वापर युग में जन्मे थे श्रीकृष्ण भगवान श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में जन्म लिया था. श्रीकृष्ण को इस युग का सर्वश्रेष्ठ पुरुष माना गया है. उन्हें जगतगुरु भी कहा गया क्योंकि श्रीकृष्ण ने ही महाभारत के युद्ध के दौरान अर्जुन को श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान दिया था.
श्रीकृष्ण की जन्म कथा पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा की कारागार में भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अति शुभ रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. श्रीकृष्ण के जन्म लेते ही कारागार के सभी दरवाजे खुल गए और सैनिक सो गए.
भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं श्रीकृष्ण कारागार के दरवाजे खुल गए और सैनिक सो गए तब वासुदेव और देवकी के सामने भगवान विष्णु प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि वे कृष्ण के रूप में आठवां अवतार लेंगे. उन्होंने वासुदेव जी से कहा कि वे उन्हें तुंरत गोकुल में नन्द बाबा के यहां पहुंचा दें और उनके यहां अभी-अभी जन्मी कन्या को लाकर कंस को सौंप दें. वासुदेव ने ऐसा ही किया और कृष्ण को सौंपकर कन्या कंस को दे दी.
कन्या को मारने के लिए जैसे ही कंस ने हाथ को ऊपर उठाया तभी कन्या आकाश में गायब हो गई और भविष्यवाणी हुई कि कंस जिसे मारना चाहता है वो तो गोकुल में पहुंच चुका है. यह सुनते ही कंस क्रोध में आ गया. इसके बाद नंदगांव में कंस ने श्रीकृष्ण को मारने के लिए एक के बाद एक राक्षस भेजे. श्रीकृष्ण ने इन सभी का वध कर दिया. अंत में श्रीकृष्ण ने कंस का भी वध कर दिया.
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