Janmashtami 2021: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है. हिंदी पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर साल भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा. इस दिन भक्त विभिन्न प्रकार से भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.


मान्यता है कि जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के 108 नामों का जाप किया जाए तो भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होकर भक्तों के जीवन के सभी कष्ट और संकट दूर कर देते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. आइये जानें भगवान श्री कृष्ण के 108 नाम:-



भगवान कृष्ण के 108 नाम



  1. अचला

  2. अच्युत

  3. अदित्या

  4. अम्रुत

  5. अनादिह

  6. अजंमा

  7. अद्भुतह

  8. आदिदेव

  9. अजया

  10. अक्षरा

  11. अव्युक्ता

  12. बालगोपाल

  13. आनंद सागर

  14. अनंता

  15. अनंतजित

  16. बलि

  17. चतुर्भुज

  18. दयानिधि

  19. देवाधिदेव

  20. अनया

  21. अनिरुध्दा

  22. दानवेंद्रो

  23. दयालु

  24. अपराजीत

  25. ज्ञानेश्वर

  26. हरि

  27. देवकीनंदन

  28. देवेश

  29. धर्माध्यक्ष

  30. द्वारकाधीश

  31. गोपाल

  32. गोपालप्रिया

  33. गोविंदा

  34. ज्योतिरादित्या

  35. कमलनाथ

  36. हिरंयगर्भा

  37. ऋषिकेश

  38. जगद्गुरु

  39. जगदिशा

  40. जगन्नाथ

  41. जनार्धना

  42. लोकाध्यक्ष

  43. मदन

  44. जयंतह

  45. कमलनयन

  46. मुरली

  47. मुरलीधर

  48. कामसांतक

  49. कंजलोचन

  50. केशव

  51. कृष्ण

  52. लक्ष्मीकांत

  53. माधव

  54. मधुसूदन

  55. महेंद्र

  56. नंद्गोपाल

  57. नारायन

  58. मनमोहन

  59. मनोहर

  60. मयूर

  61. मोहन

  62. मुरलीमनोहर

  63. निरंजन

  64. रविलोचन

  65. सहस्राकाश

  66. निर्गुण

  67. पद्महस्ता

  68. पद्मनाभ

  69. परब्रह्मन

  70. परमात्मा

  71. सर्वजन

  72. सर्वपालक

  73. परमपुरुष

  74. पार्थसार्थी

  75. प्रजापती

  76. पुंण्य

  77. वैकुंठनाथ

  78. वर्धमानह

  79. सर्वेश्वर

  80. सत्यवचन

  81. पुर्शोत्तम

  82. सहस्रजित

  83. सुरेशम

  84. स्वर्गपति

  85. विश्वकर्मा

  86. विश्वमूर्ति

  87. सहस्रपात

  88. साक्षी

  89. वासुदेव

  90. विष्णु

  91. विश्वदक्शिनह

  92. सनातन

  93. सत्यव्त

  94. शंतह

  95. श्रेष्ट

  96. श्रीकांत

  97. श्याम

  98. श्यामसुंदर

  99. सुदर्शन

  100. सुमेध

  101. विश्वात्मा

  102. वृषपर्व

  103. त्रिविक्रमा

  104. उपेंद्र

  105. विश्वरुपा

  106. यदवेंद्रा

  107. योगि

  108. योगिनाम्पति