Pradosh Vrat 2024: जनवरी का दूसरा प्रदोष व्रत कब ? जान लें डेट, पूजा मुहूर्त, प्रदोष काल समय
Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत शिव पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसके प्रताप से सारे दुख दूर होते हैं. जानें जनवरी माह के अंतिम प्रदोष व्रत की डेट, मुहूर्त और महत्व.
Pradosh Vrat 2024: त्रयोदशी तिथि शिव जी की प्रिय मानी जाती है.इस दिन प्रदोष व्रत रहता है. भगवान शिव को सर्वोच्च प्रिय कोई व्रत है तो वह है प्रदोष व्रत. प्रदोष व्रत के शिव जी संध्याकाल में कैलाश पर प्रसन्न होकर नृत्य करते हैं और समस्त देवी-देवता उनकी उपासना करते हैं.
यही कारण है कि इस दिन प्रदोष काल शिव साधना करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. जनवरी 2024 का दूसरा प्रदोष व्रत कब है, आइए जानते हैं डेट, मुहूर्त और महत्व.
जनवरी का दूसरा प्रदोष व्रत 2024 (January Pradosh Vrat 2024)
पौष माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 23 जनवरी 2024, मंगलवार को है. मंगलवार के दिन त्रयोदशी तिथि होने से ये भौम प्रदोष व्रत होगा. कर्ज से मुक्ति के लिए भौम प्रदोष व्रत की खास मान्यता है.
जनवरी का अंतिम भौम प्रदोष व्रत 2024 मुहूर्त (Bhaum Pradosh Vrat 2024 Muhurat)
पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 22 जनवरी 2024 सोमवार को शाम 07 बजकर 51 से होगी और 23 जनवरी 2024 मंगलवार को रात 08 बजकर 39 मिनट तक मान्य रहेगी.
प्रदोष व्रत में प्रदोष काल में शिव पूजा होती है सूर्यास्त के पश्चात रात्रि के आने से पूर्व का समय प्रदोष काल कहलाता है. इस दिन पूजा के लिए शाम 05.52 - रात 08.33 तक का शुभ मुहूर्त है.
प्रदोष व्रत पूजन विधि (Pradosh Vrat Puja vidhi)
भौम प्रदोष के दिन स्नान के बाद सफेद या नारंगी रंग के कपड़े पहनें चाहिए. बेलपत्र के पेड़ में जल चढ़ाएं. व्रत का संकल्प लें. दिनभर निराहार रहकर शिव जी का स्मरण करें. शाम को पुन: स्नान कर बेलपत्र के पेड़ के नीचे घी का दीपक लगाएं. मिट्टी के शिवलिंग बनाएं. केसर मिश्रित दूध से शिव शंभू का अभिषेक करें. भांग, धतूरा, भस्म, बेलपत्र आदि शिव को चढ़ाएं. भगवान शिव को साबुत चावल की खीर अर्पित करें. आरती कर प्रसाद ग्रहण करें.
मंगल दोष से मुक्ति दिलाता है भौम प्रदोष व्रत
भौम प्रदोष के दिन सुबह हनुमान जी को चोला चढ़ाएं, चमले के तेल का दीपक लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें. फिर हलवे का भोग लगाकर गरीबों में बांट दें. मंगल दोष से मुक्ति और विवाह में आ रही अड़चने दूर करने की प्रार्थना करें.
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