June 2021 Calendar: जून माह के आने वाले दिन महत्वपूर्ण हैं. इन दिनों में कई विशेष व्रत और पर्व हैं. इन सभी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है. आइए जानते हैं कि जून के आने वाले दिनों में कौन कौन से व्रत और पर्व पड़ रहे हैं-
महेश नवमी (Mahesh Navmi 2021)
ज्येष्ठ मास में महेश नवमी का विशेष महत्व माना गया है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा और अभिषेक करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. पंचांग के अनुसार महेश नवमी का व्रत 19 जून, शनिवार को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को है. इस दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है.
- महेश नवमी शुभ मुहूर्त
- महेश नवमी: 19 जून 2021
- नवमी तिथि का आरंभ: 18 जून 2021, शुक्रवार को रात 08 बजकर 35 मिनट
- नवमी तिथि का समापन: 19 जून 2021, शनिवार की शाम 06 बजकर 45 मिनट पर होगा.
निर्जला एकादशी (Nirjala ekadashi 2021)
निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ मास के महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है. इस दिन अन्न और जल का त्याग किया जाता है. सभी व्रतों में एकादशी का व्रत श्रेष्ठ माना गया है. एकादशी व्रतों में निर्जला एकादशी को उत्तम व्रत बताया गया है. महाभारत की कथा में भी इस व्रत का वर्णन मिलता है. महाभारत काल में भीम ने इस व्रत को विधि पूर्वक पूर्ण किया था, इसीलिए इस भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है. इस व्रत को विधि पूर्वक करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
- निर्जला एकादशी का शुभ मुहूर्त
- निर्जला एकादशी तिथि: 21 जून 2021
- एकादशी तिथि प्रारंभ: 20 जून, रविवार को शाम 4 बजकर 21 मिनट से शुरू
- एकादशी तिथि समापन: 21 जून, सोमवार को दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2021)
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है. प्रदोष व्रत 22 जून 2021, मंगलवार को ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाएगा. मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण इसे, भौम प्रदोष व्रत भी कहा जाता है.
- प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त
- प्रदोष व्रत: 22 जून, मंगलवार
- त्रयोदशी तिथि का प्रारम्भ: 22 जून, मंगलवार को प्रात: 10 बजकर 22 मिनट से.
- त्रयोदशी तिथि का समापन: 23 जून, बुधवार को प्रात: 06 बजकर 59 मिनट तक.
- प्रदोष काल का समय
22 जून, मंगलवार को रात्रि 07 बजकर 22 मिनट से रात्रि 09 बजकर 23 मिनट तक.
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत (Purnima in June 2021)
ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत का विशेष धार्मिक महत्व है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान और पूजा पाठ को महत्वपूर्ण बताया गया है. इस दिन पितरों की भी पूजा की जाती है. इसके साथ ही भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा का भी विशेष पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन ज्येष्ठ मास का समापन भी हो रहा है.
- ज्येष्ठ पूर्णिमा शुभ मुहूर्त
- ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत: 24 जून, गुरुवार
- पूर्णिमा तिथि का आरंभ: 24 जून 2021, गुरुवार को प्रात: 03 बजकर 34 मिनट से.
- पूर्णिमा तिथि का समापन: 25 जून, 2021 शुक्रवार रात्रि 12 बजकर 09 मिनट पर.
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