Retrograde 2021: 27 सितंबर 2021, सोमवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि है. इस दिन षष्ठी तिथि का श्राद्ध है. वर्तमान समय में पितृ पक्ष चल रहे हैं. ग्रहों की चाल की दृष्टि से ये दिन विशेष होने जा रहा है. इस दिन ग्रहों के राजकुमार यानि बुध ग्रह तुला राशि में ही मार्गी से वक्री हो रहे हैं.
वक्री होने जा रहे हैं 5 ग्रह
पंचांग के अनुसार 27 सितंबर को 5 ग्रह वक्री होने जा रहे हैं. ये ग्रह कौन कौन से हैं, आइए जानते हैं-
- राहु
- केतु
- गुरु
- शनि
- बुध
ज्योतिष शास्त्र में वक्री अवस्था को महत्वपूर्ण माना गया है. माना जाता है कि सूर्य और चन्द्र को छोड़कर सभी ग्रह वक्री रहते हैं. वक्री अवस्था को ग्रह की उल्टी चाल भी कहा जाता है. लेकिन सत्यता ये है कि कोई भी ग्रह, कभी भी पीछे की ओर नहीं चलता है. घूमती हुई पृथ्वी से ग्रह की दूरी, पृथ्वी और उस ग्रह की अपनी गति के अंतर के कारण ग्रहों का उलटा चलना प्रतीत होता है. वहीं कोई भी ग्रह जब सामान्य गति से भ्रमण करता है तो उसे मार्गी कहा जाता है.
राहु और केतु (Rahu-Ketu)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु-केतु हमेशा वक्री रहते हैं. वर्तमान समय में राहु वृषभ राशि में गोचर कर रहा है, जबकि केतु वृश्चिक राशि में विराजमान है. ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों ग्रहों को पाप ग्रह और जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं का कारक माना गया है. इस वर्ष इन दोनों ही ग्रहों का कोई राशि परिवर्तन नहीं है.
शनि और गुरु वक्री (Jupiter Retrograde 2021,Saturn Retrograde 2021)
गुरु और शनि भी वक्री हैं. दोनों ही ग्रह मकर राशि में गोचर कर रहे है. 11 अक्टूबर 2021 को शनि वक्री से मार्गी होंगे और गुरू 18 अक्टूबर को मार्गी होने जा रहे हैं.
बुध वक्री 2021 (Mercury Retrograde September 2021)
27 सितंबर 2021 को बुध ग्रह तुला राशि में मार्गी से वक्री होने जा रहे हैं. बुध का वक्री होना विशेष माना जा रहा है. बुध 18 अक्टूबर 2021 को वक्री से मार्गी होंगे.