Kaal Bhairav Jayanti 2023: धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन भगवान काल भैरव का अवतरण हुआ था. इसी कारण इस दिन को काल भैरव जयंती के रूप में मनाते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार काल भैरव को भगवान शिव का ही स्वरूप हैं. इन्हें काशी का कोतवाल भी कहा जाता है.


अपने भक्तों के लिए भैरव कृपालु, कल्याणकारी और जल्दी ही प्रसन्न होने वाले देव माने गए हैं. इसके साथ ही जब व्यक्ति गंभीर संकटों से घिर जाए और कहीं से कोई निकलने का रास्ता न दिखे, तो काल भैरव की पूजा करना उत्तम माना गया है. काल भैरव गंभीर से गंभीर समस्याओं से निजात दिलाने वाले देवता भी हैं. यहां पर भगवान काल भैरव से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर दिए जा रहे हैं, इन्हे जानकर आप अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं. तो आइए शुरू करते हैं ये क्विज -


धर्म और ज्योतिष पर आधारित क्विज