Kajari Teej Vrat 2021: कजरी तीज व्रत, आज पूरे दिन है पंचक, जानें कब और कैसे करें कजरी तीज व्रत का पूजन
Kajari Teej 2021: आज 25 अगस्त को सुबह 05 बजकर 57 मिनट तक धृति योग है. यह योग बेहद शुभ होआ है. ऐसे में कजरी तीज व्रत और पूजा अति लाभदायक और फलदायक होगी.
Kajari Teej 2021: हिंदी पंचाग के अनुसार, आज 25 अगस्त दिन बुधवार को कजरी तीज का व्रत है. आज सुबह 5 बजकर 57 मिनट तक धृति योग है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धृति योग में किये गए सभी शुभ कार्यों में सफलता मिलती है. इसे बेहद शुभ योग माना गया है. आज कजरी तीज व्रत के दिन प्रात: 04:13 बजे से शाम 04:19 बजे तक भद्रा है. इसके साथ ही आज पूरे दिन पंचक भी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्रा काल में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है. क्योंकि इस काल में किया गया कार्य शुभ फलदायी नहीं होता.
कजरी तीज 2021 मुहूर्त
भादो मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 24 अगस्त को शाम 04 बजकर 04 मिनट से शुरू हो गई है. यह तिथि आज 25 अगस्त की शाम को 04 बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगी.
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त- आज सुबह 04: 27 बजे से 05 बजकर 11 मिनट तक.
- विजय मुहूर्त- 25 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से 03 बजकर 24 मिनट तक.
- गोधूलि बेला- आज शाम 06 बजकर 37 मिनट से 07 बजकर 01 मिनट तक।
- अमृत काल- 25 अगस्त को शाम 03 बजकर 48 मिनट से 05 बजकर 28 मिनट तक.
- निशीथ काल- आज मध्यरात्रि 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक.
कजरी तीज पूजा विधि:
आज कजरी तीज का व्रत रखने वाली महिलाएं सुबह जल्दी स्नान आदि करके भगवान शिव और माता गौरी की प्रतिमा के समक्ष हाथ जोड़कर व्रत और पूजा का संकल्प लें. तथा अपनी मनोकामना भी भगवान के सामने कहें. अब भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की मूर्ति या चित्र, पूजा चौकी पर लाल कपड़े के आसन को बिछाकर, स्थापित करें. इसके बाद वे शिव-गौरी का विधि-विधान से पूजन वंदन करें. भगवान शिव को बेल पत्र, गाय का दूध, गंगा जल, धतूरा, भांग आदि अर्पित करने के बाद माता तीज, जो कि पार्वती की ही रूप हैं, को सुहाग के 16 सामग्री अर्पित चढ़ाएं. फिर धूप और दीप आदि जलाकर आरती करें और व्रत कथा जरूर सुनें. तदोपरांत प्रसाद वितरण करें.
चंद्रोदय के बाद खोला जाता है कजरी तीज व्रत
पूरे दिन निर्जला व्रत रहकर शाम को चंद्रोदय के बाद उनका दर्शन करें उन्हें गंगा जल से मिले जल का अर्घ्य दें. अब पति के हाथ पानी पीकर व्रत खोलें.