Kamika Ekadashi Vrat: कामिका एकादशी व्रत में क्यों है पीले रंग का विशेष महात्म्य, जानें तिथि, व्रत कथा व पारण का समय
Kamika Ekadashi 2021 Date: श्रावण मास यानि सावन (Sawan 2021) की कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी कहते हैं. आइये जानें कामिका एकादशी व्रत कथा व व्रत का पारण समय.
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Kamika Ekadashi 2021 Date: सावन यानि श्रावण का महीना 25 जुलाई से चल रहा है. भगवान शिव की पूजा के लिए सावन मास का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है. हर मास की तरह सावन माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाले एकादशी की तिथि को कामिका एकादशी कहते हैं. यह सावन मास की पहली एकादशी है. मान्यता है की कामिका एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्त के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है.
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूजा के दौरान पीले वस्त्र, पीले कपड़ों से ढकी चौकी, पीले फूल और यथा संभव पीले रंग की ही पूजन सामग्री के इस्तेमाल से भगवान विष्णु अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करने वरदान देते हैं. इस लिए कामिका एकादशी व्रत में पीले रंग का विशेष महत्व होता है.
कामिका एकादशी व्रत मुहूर्त (Kamika Ekadashi 2021 Puja Muhurat)
- कामिका एकादशी व्रत- 04 अगस्त 2021
- एकादशी तिथि का प्रारम्भ - 03 अगस्त 2021 को शाम 12 बजकर 59 मिनट से.
- एकादशी तिथि का समापन- 04 अगस्त 2021 को शाम 03 बजकर 17 मिनट.
कामिका एकादशी 2021 पारण मुहूर्त (Kamika Ekadashi 2021 Parana Time)
कामिका एकादशी व्रत {Kamika Ekadashi Vrat 2021 Parana Time} का पारण द्वादशी तिथि में किया जाएगा. द्वादशी तिथि 05 अगस्त 2021, गुरुवार को है. पंचांग के अनुसार कामिका एकादशी व्रत का पारण 05 अगस्त 2021 को प्रात: 05 बजकर 45 मिनट से सुबह 08 बजकर 26 मिनट के मध्य कर सकते हैं. पारण के बाद दान आदि का कार्य भी करना चाहिए.
कामिका एकादशी व्रत कथा
माना जाता है की कामिका एकादशी का व्रत रखकर भगवान् विष्णु की पूजा की जाये. पूजा के दौरान आसन पर बैठकर ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप किया जाये. तदोपरांत व्रत कथा का पाठ किया जाये तभी व्रत का पूरा फल मिलता है.
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