कार्तिक पूर्णिमा पर 30 साल बाद शश राजयोग बनेगा, दान-पूजा का मिलेगा 100 गुना फल
Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 15 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा. इस पूर्णिमा पर क्या करते हैं और इसका धार्मिक महत्व क्या है आइए जानते हैं.
Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा का पर्व धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है. इस दिन देव दिवाली का पर्व भी मनाते हैं. इस दिन दान आदि का भी विशेष महत्व है. इस दिन क्या करते हैं और कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा, जानते हैं.
देव दीपावली पर शुभ योग (Dev Diwali 2024 Shubh Muhurat)
कार्तिक पूर्णिमा पर इस बार चंद्रमा और मंगल का राशि परिवर्तन योग दोनों एक दूसरे की राशि में रहेंगे. कार्तिक पूर्णिमा पर देर रात गजकेसरी राजयोग बनेगा. साथ ही इस दिन बुधादित्य राजयोग भी बनेगा. इसके बाद अब कार्तिक पूर्णिमा पर 30 साल बाद शश राजयोग बनेगा. क्योंकि, अब अगले 30 साल बाद ही शनि कुंभ राशि में गोचर करेंगे. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा पर जो भी उपाय और दान पुण्य के कार्य करेंगे तो आपको उसका 100 गुना अधिक फल मिलेगा.
कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2024 Date)
कुण्डली विश्लेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 15 नवंबर को सुबह 06:19 मिनट पर होगी. वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 16 नवंबर को देर रात्रि को 02:58 मिनट पर होगा. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा.
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat 15 November 2024)
स्नान-दान शुभ मुहूर्त -सुबह 04:58 मिनट से सुबह 5.51 मिनट कर है.
सत्यनारायण पूजा - सुबह 06:44 मिनट से सुबह 10.45 मिनट तक.
देव दिवाली (Dev Diwali)
देव दिवाली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी खुशी को दर्शाते हैं. इसीलिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान का बहुत अधिक महत्व है. इस दिन नदी और तालाब में दीपदान करने से सभी तरह के संकट समाप्त हो जाते हैं और कर्ज से भी मुक्ति मिलती है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर के मुख्यद्वार पर आम के पत्तों से बनाया हुआ तोरण जरूर बांधे और दीपावली की ही तरह चारों और दीपक जलाएं.
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