सुहागिनों का पर्व यानि करवा चौथ 4 नवंबर को है. जिसे पति-पत्नी के बीच विश्वास और अटूट प्रेम के रूप में देखा जाता है. पत्नियां इस खास दिन निर्जल व्रत रखकर पति की लंबी उम्र की कामना करती है. और पति भी इस दिन हर तरह से पत्नी का साथ देते हैं. 


हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर आने वाले करवा चौथ पर कुछ खास उपाय वास्तुनुसार किए जा सकते हैं. जिससे आप अपने वैवाहिक जीवन को और भी सुखी व खुशहाल बना सकते हैं. विवाहित महिलाएं इस दिन वास्तु के अनुसार कुछ खास उपाय अपना सकती हैं. इसके लिए ज़रुरी है दिशाओं को ध्यान में रखने की. 


करवा चौथ पर अपनाएं ये वास्तु टिप्स


-जब सुबह-सवेरे सरगी खाएं तो दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठना विशेष लाभकारी होता है. इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.


-करवा चौथ की दोपहर में कुछ समय दक्षिण-पूर्व दिशा में बैठकर ही बिताना चाहिए. ये अति शुभ फलदायी होता है.


-करवा चौथ की पूजा करते समय मुंह उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए क्योंकि इसका फल अवश्य रूप से मिलता है.


-जब करवा चौथ की पूजा व कथा समाप्त हो जाए तो पति के साथ कुछ वक्त दक्षिण पश्चिम दिशा में बिताना चाहिए. कहते हैं इससे पति-पत्नी के बीच संबंध और भी प्रगाढ़ होते हैं.


-रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के दौरान अपना मुख उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर होना लाभकारी माना जाता है. इससे पति पत्नी के बीच रिश्ता और भी खुशहाल हो जाता है.


-वहीं करवा चौथ की पूजा घर में बने मंदिर में ही करना उचित माना गया है. 


इस बार ये है चंद्रोदय का समय


करवा चौथ 2020 के दिन इस बार चंद्रोदय दिल्ली में 7 बजकर 55 मिनट पर होगा. वहीं अलग अलग शहरों में चंद्रोदय का समय अलग अलग है. हालांकि चांद के दीदार के लिए ज्यादा इंतज़ार नहीं करना होगा. इस बार चंद्रोदय समय से होगा. जिसे अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोला जाएगा. 


इस बार करवा चौथ पर है ये शुभ संयोग


इस बार करवा चौथ 2020 पर विशेष योग बन रहा है. करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में आ रहा है. जो बेहद ही शुभ संयोग है. इस दिन चंद्रमा में रोहिणी(जो चंद्रदेव की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय हैं) का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है। यही संयोग श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था.