Karwa Chauth 2024 Highlights: करवा चौथ पर चांद का इंतजार हुआ खत्म, व्रती महिलाएं करें चंद्रोदय के दर्शन
Karwa Chauth Puja Muhurt Highlights: कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी यानी रविवार 20 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. जानें करवा चौथ व्रत की विधि, पूजा का मुहूर्त, सरगी,पारण और चांद निकलने का समय.
Karwa Chauth Moon Rise Time live: करवा चौथ के मौके पर आज ज्यादातर शादीशुदा महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखा होगा. कुछ ही देर में हर जगह चांद निकल जाएगा. शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक देशभर में चंद्रमा के दर्शन हो जांएगे. दिल्ली में चंद्रोदय रात को 8 बजकर 13 मिनट पर होगा.
Karwa Chauth Moonrise time live: व्रती महिलाएं किस तरह दें चंद्रमा को अर्घ्य
व्रती महिलाएं करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत तोड़ती है. करवा चौथ के दिन चंद्रमा अर्घ्य का विशेष महत्व होता है. शादीशुदा बेसब्री से चांद के निकलने का इंतजार करती है. करवा चौथ के दिन चांद को अर्घ्य दिए बिना व्रत तोड़ना अशुभ माना जाता है. चांद को अर्घ्य देते समय महिलाओं को सर पर कपड़ा रखना चाहिए. चांद की छलनी में दीया रखकर पति का चेहरा देखना चाहिए. ऐसा करने से पति की आयु लंबी होती है.
वैवाहिक जीवन में प्रेम खत्म हो गया, पति-पत्नी के बीच तालमेल नहीं बनता तो करवा चौथ के दिन गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करें. साथ ही, गुड़ की 21 गोलियां बनाकर पूजा में चढ़ाएं. मान्यता है इससे दांपत्य जीवन में खुशियों की बहार आती है.
करवा चौथ की पूजा में सींक का होना बहुत जरुरी होता है. ये मां करवा की शक्ति का प्रतीक है.कथा के अनुसार मां करवा के पति का पैर मगरमच्छ ने पकड़ लिया था तब उन्होंने कच्चे धागे से मगर को आन देकर बांध दिया और यमराज के पास पहुंच गई. वे उस समय चित्रगुप्त के खाते देख रहे थे. करवा ने सात सींक लेकर उन्हें झाड़ना शुरू कर दिया, जिससे खाते आकाश में उड़ने लगे. करवा ने यमराज से पति की रक्षा मांगी तब उन्होंने मगर को मारकर करवा के पति के प्राण बचाए और उसे लंबी उम्र दी.
करवा चौथ के दिन शिव परिवार और करवा माता की पूजा होती है. करवा चौथ की पूजा में खीर, हलवा, मोती चूर के लड्डू, मौसमी फल का भोग लगाएं. मान्यता है इससे देवी-देवता प्रसन्न होकर मनोकाम जल्द स्वीकार करते हैं.
करवा चौथ के दिन पूजा के बाद सास या नंद को सुहाग की सामग्री के साथ करवा भी दान किया जाता है, करवा दान करते समय ये मंत्र बोलें - करकं क्षीरसम्पूर्णा तोयपूर्णमथापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरञ्जीवतु मे पतिः॥ मान्यता है इससे दान की विधि पूरी होती है और मनोकामना जल्द सिद्ध होती है.
करवा चौथ पर चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. अर्घ्य देने के लिए आप शुद्ध जल में कच्चा दूध, गंगाजल, अक्षत, फूल मिलाकर मंत्रोच्चारण के साथ चंद्रमा को अर्घ्य दे सकते हैं.
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥
आज शाम की पूजा के लिए थाली में फूल, फल, मिठाई, धूप-दीप, रोली, छलनी, पानी से भरा कलश आदि के साथ दक्षिणा रखें. चांद निकलने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर छलनी में जलता हुआ दीप रखकर चंद्रमा के दर्शन करें. उसी छलनी की ओट से पति का भी मुख देखें और फिर पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलें,
करवा चौथ पर भद्रा का साया तो नहीं रहेगा, लेकिन राहुकाल रहेगा. राहुकाल शाम 04:17 मिनट से 05:42 मिनट तक रहेगा. इस दौरान करवा चौथ की पूजा नहीं करें और कथा भी नहीं सुने.
करवा चौथ की पूजा में आप फल, मिठाई, खीर जैसे भोग शामिल कर सकते हैं. साथ ही थाली में नारियल लड्डू, कचौड़ी, आलू की सब्जी, मीठी सुहाल, पूरी, हलवा आदि चीजें रखकर भी भोग लगा सकते हैं.
आज के दिन सूर्य, चंद्रमा, शनि और गुरु मिलकर कई शुभ योगों का निर्माण करेंगे. आज गजकेसरी योग के साथ ही शनि शश राजयोग, गुरु-शुक्र समसप्तक योग, बुध और सूर्य बुधादित्य राजयोग का निर्माण कर रहे हैं.
करवा चौथ पर आज 21 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा. भद्रा सुबह 6:25 से 6:46 तक रहेगा. करवा चौथ की पूजा शाम में होगी, इसलिए भद्रा का असर पूजा पर नहीं पड़ेगा.
- तिथि: कार्तिक कृष्ण पक्ष की तृतीया सुबह 06:46 तक उसके बाद चतुर्थी
- सूर्यास्त: शाम 5 बजकर 46 मिनट
- चंद्रोदय का समय: रात 07 बजकर 54 मिनट
- नक्षत्र: कृत्तिका सुबह 08:31 तक उसके बाद रोहिणी नक्षत्र
- योग: व्यातीपात और वरीयान
- चंद्र राशि: वृषभ
- सूर्य राशि: तुला
Karwa Chauth 2024: अमेरिका में करवा चौथ का समय 19 और 20 अक्टूबर को है. क्षेत्रीय परंपरा और चांद दिखने के आधार पर तिथि में बदलाव हो सकता है.
Karwa Chauth 2024: जो भी विवाहित महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखेंगी उन्हें व्रत के दौरान इन मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए.
'ॐ श्रीं श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः'
'ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नमः'
'ऊँ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुटभूषणम'
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ 2024 पर शुभ योग के बारे में जानें
वैदिक पंचांग के मुताबिक करवा चौथ के मौके पर गजकेशरी राजयोग के साथ शश योग भी बन रहा है. करवा चौथ के दिन समसप्तक योग का भी निर्माण हो रहा है.
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ की सारगी में क्या क्या होना चाहिए?
करवा चौथ की सारगी में खीर, फल, मिठाई, सूजी का हलवा, वस्त्र, बिछिया, पायल, आदि होना चाहिए.
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ के दिन रखें इन चीजों का रखें ध्यान
- विवाहित महिलाओं को करवा चौथ पर्व के दौरान अपने पति के पर गुस्सा नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से रिश्ते खराब हो सकते हैं.
- जो लोग शादी के बंधन में बंध चुके हैं, उन्हें जीवनसाथी के साथ सुबह मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करने चाहिए.
- करवा चौथ वाले दिन शारीरिक संबंध बनाने से बचें, ऐसा करने सही नहीं माना जाता है.
- करवा चौथ वाले दिन दान करने से करवा माता खुश होती है.
- सुहागिन महिलाएं इस दिन स्ंवय के की श्रृंगार की समाग्री को किसी सुहागिन महिला को देने से बचना चाहिए.
Karwa Chauth 2024: ज्योतिष के मुताबिक महिलाओं को इस दिन अपनी राशि के रंग के अनुसार साड़ियां पहननी चाहिए. ऐसा करने से उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होगी.
- मेष राशि की महिलाएं करवा चौथ के दिन गोल्डन रंग की साड़ी, लहंगा या सूटकर पूजा करें.
- वृषभ राशि की महिलाओं का सिल्वर रंग के वस्त्र धारण करना शुभ रहेगा.
- करवा चौथ के दिन मिथुन राशि की महिलाएं हरे रंग के वस्त्र धारण करें.
- कर्क राशि के लिए करवा चौथ के दिन शुभ रंग लाल है.
- सिंह राशि वालों के लिए लाल, ऑरेंज या गोल्डन रंग के वस्त्र शुभ माने जाते हैं.
- करवा चौथ के दिन कन्या राशि की महिलाएं लाल, हरी या गोल्डन रंग की साड़ी पहनें.
- तुला राशि की महिलाएं लाल, गोल्डन या सिल्वर रंग के वस्त्र धारण करें.
- वृश्चिक राशि की महिलाओं के लिए लाल रंग सबसे उत्तम माना जाता है. इस दिन आप महरून या गोल्डन रंग के कपड़े पहनकर पूजा कर सकती हैं.
- धनु राशि की महिलाओं को आसमानी या पीले रंग के वस्त्र धारण करने की सलाह दी जाती है.
- मकर राशि वालों के लिए नीला रंग शुभ माना जाता है.
- कुंभ राशि की महिलाएं नीले रंग या सिल्वर कलर के वस्त्र धारण कर सकती हैं.
- मीन राशि की महिलाएं पीले या गोल्डन कलर के कपड़े पहनकर पूजा करें. मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
साल 2024 में करवा चौथ शुभ योग में मनाया जाएगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग रहेगा.
वहीं इस साल चतुर्थी तिथि चतुर्थी तिथि आरंभ 20 अक्टूबर 2024 को सुबह 06:46 मिनट से शुरू हो रही है.
जिसका समापन अगले दिन यानी 21 अक्टूबर 2024 को सुबह 04:16 मिनट पर होगा.
चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर, 2024 रविवार को सुबह 6.46 मिनट पर हो जाएगी.
वहीं चतुर्थी तिथि का अंत 21 अक्टूबर, 2024 सुबह 4.16 मिनट पर होगा.
करवा चौथ के दिन भद्रा काल सुबह 06:25 से लेकर 06:46 मिनट तक रहेगा. करवा चौथ की तिथि का प्रारंभ और भद्रा काल एक ही समय पर समाप्त समय पर हो रहे हैं. इसीलिए करवा चौथ के व्रत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा.
करवाचौथ के दिन व्रत में सरगी सुबह के समय खाई जाती है. सरगी में 7 चीजों का होना जरुरी होता है. जिनमे फल, मिठाई, फेनी, मेवे, नारिय, खजूर खाने चाहिए.
करवा चौथ पर हर सुहागिन महिलाओं को हाथों में मेहंदी जरूर लगानी चाहिए. हिंदू धर्म के 16 श्रृंगार में मेहंदी का खास महत्व है. इसे सौभाग्य और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है.
सरगी की थाली सास अपनी बहू को देती है. इसमें फेनी, मीठी सेवईंया, फल, नारियल, सूखे मेवे, मठरी, मिठाई, सुहाग का सामान, नए कपड़े और शगुन आदि होती है.
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया.. ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी.. ओम जय करवा मैया।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती.. ओम जय करवा मैया।
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे.. ओम जय करवा मैया।
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे.. ओम जय करवा मैया।
ऐसी मान्यता है कि मिट्टी के करवे में मां गौरी का वास होता है. वहीं इसके अलावा मिट्टी को करवा को पांच तत्वों भूमि, जल, आकाश, अग्नि और वायु तत्व का प्रतीक माना जाता है.
करवा चौथ की पूजा के लिए आपको छलनी, मिट्टी का करवा, करवा माता की फोटो, व्रत कथा की पुस्तक, रोली, कुमकुम, चंदन, फूल, अक्षत, मौसमी फल, मिठाई, मौली, जल से भरा कलश, मिट्टी का दिया, घी, कच्चा दूध, पान, नारियल और शहद आदि की जरूरत पड़ेगी.
सिंदूर, मेंहदी, मंगलसूत्र, आलता, बिछुआ, मांग टीका, कमरबंद, झुमका, गजरा, बिंदी, नथ, पायल, चूड़ी, काजल, अंगूठी, बाजूबंद.
करवा चौथ का व्रत रखने से पहले सरगी करने की परंपरा है. सरगी सूर्योदय से 2 घंटे से पहले करनी चाहिए. 20 अक्टूबर को सूर्योदय सुबह 6:25 है. ऐसे में आप इससे 2 घंटे पहले सरगी कर लें.
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Karwa Chauth 2024 Puja Muhurt Highlights: सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ व्रत का बहुत महत्व होता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्रौपदी और माता पार्वती ने भी व्रत रखा था. करवा चौथ के दिन करवा माता (मां गौरी) और चंद्रमा की पूजा होती है.
अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस साल सुहागिन महिलाएं रविवार, 20 अक्टूबर 2024 को करवा चौथ का व्रत रखेंगी. आइये जानते हैं करवा चौथ के दिन सरगी करने का मुहूर्त क्या रहेगा, पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है, कब निकलेगा चांद और कब किया जाएगा पारण.
करवा चौथ तिथि और मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Date and Muhurat)
पंचांग के अनुसार, करवा चौथ का व्रत कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है जोकि इस साल रविवार 20 अक्टूबर को पड़ रही है. 20 अक्टूबर को सुबह 06:46 से चतुर्थी तिथि की शुरुआत हो जाएगी, जिसका समापन 21 अक्टूबर को सुबह 04:16 पर होगा. करवा चौथ के दिन दो शुभ मुहूर्त रहेंगे. अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 तक रहेगा. वहीं इसके बाद विजय मुहूर्त दोपहर 01:59 से लेकर 2:45 तक रहेगा.
करवा चौथ 2024 पूजा मुहूर्त (Karwa Chauth Puja Muhurat)
शाम में करवा चौथ की पूजा के लिए आपको केवल 1 घंटा 16 मिनट का ही समय मिलेगा. इसलिए शाम 05 बजकर 46 मिनट से 07 बजकर 02 मिनट तक आप पूजा कर लें.
करवा चौथ पर कब निकलेगा चांद (Karwa Chauth 2024 Moonrise Time in India)
करवा चौथ के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करने और छलनी से चांद को देखने के बाद ही व्रत संपन्न होता है. इसलिए इस दिन महिलाओं को चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है. वैदिक पंचांग के अनुसार करवा चौथ के दिन चंद्रोदय शाम 07 बजकर 54 मिनट पर होगा.
करवा चौथ पूजा विधि (Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi)
करवा चौथ के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और भगवान की पूजा करें. इसके बाद सास या बड़ों द्वारा दी गई सरगी खाएं. फिर हाथ जोड़कर निर्जला व्रत का संकल्प लें. पूरे दिन व्रत रखें शाम में करवा माता की विधि-विधान से पूजा करें.
इसके बाद शाम में चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें. दीपक जलाएं और छलनी से पहले चंद्रमा के दर्शन करें फिर पति का चेहरा देखें. पति के हाथ से जल पीकर करवा चौथ का व्रत खोलें.
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