(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Maharashtra Moonrise Time Today: महाराष्ट्र के शहरों में करवा चौथ का चांद कब निकलेगा, यहां देखें चंद्रोदय समय
Karwa Chauth 2024 Moonrise Time in Maharashtra: सुहागिन के लिए करवा चौथ का दिन बहुत खास है. स्त्रियां इस दिन चांद का बेसब्री से इंतजार करती हैं. महाराष्ट्र के शहरों में करवा चौथ का चंद्रोदय समय देखें.
Karwa Chauth 2024 Moonrise Time in Maharashtra: अखंड सौभाग्य का प्रतीक करवा चौथ व्रत 20 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा. इस दिन स्त्रियां बिना अन्न-जल ग्रहण किए सूर्योदय से चंद्रोदय तक कठिन व्रत रखती हैं और फिर शाम को गणेश जी, करवा माता और चंद्रमा की पूजा करती हैं. करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए श्रेष्ठ माना जाता है.
विवाहित स्त्रियां इस दिन दुल्हन की तरह सजकर पूजा, पाठ करती हैं और फिर रात में चांद को अर्घ्य देती हैं. इस साल महाराष्ट्र के शहरों में करवा चौथ का चांद कब निकलेगा, आइए जानते हैं.
करवा चौथ 2024 महाराष्ट्र के शहरों में चंद्रोदय समय (Karwa chauth 2024 Moonrise Time)
- मुंबई - 08 बजकर 37
- नागपुर - 08 बजकर 06
- नासिक - 08 बजकर 31
- कोलाहपुर - 08 बजकर 47
- औरंगाबाद - 08 बजकर 25
- अहमदनगर - 08 बजकर 29
- सातारा - 08 बजकर 35
- भुसावल - 08 बजकर 20
- अकोला - 08 बजकर 16
- लातूर - 08 बजकर 23
करवा चौथ पूजा विधि (Karwa chauth puja vidhi)
- करवा चौथ के दिन सुबह-सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और सरगी खाकर व्रत का संकल्प लें.
- घर के मंदिर की दीवार पर गेरू से फलक बनाएं और चावल को पीसकर उससे करवा का चित्र बनाएं. इस रीति को करवा धरना कहा जाता है.
- शाम को पाट पर करवा माता की तस्वीर रखें और श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं. विधि विधान से पूजा करें. चौकी पर ही दो करवे रखें
- करवा चौथ की कथा पढ़ें. चंद्रोदय के बाद चांद की पूजा करें और अर्घ्य दें.
- इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर या निवाला खाकर अपना व्रत खोलें.
- पूजन के बाद अपने सास ससुर और घर के बड़ों का आर्शीवाद जरूर लें.
- सास को बायना दें, जिसमें सुहाग की सभी सामग्री और करवा हो.
करवा चौथ पूजा मंत्र (Karwa Chauth Mantra)
- गणपति पूजा का मंत्र - ॐ श्रीम गम सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नमः॥
- करवा दान करने का मंत्र - करकं क्षीरसम्पूर्णा तोयपूर्णमथापि वा। ददामि रत्नसंयुक्तं चिरञ्जीवतु मे पतिः॥
- चंद्रमा की पूजा का मंत्र - 'देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम। रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।'
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