व्यापार की सफलता का एक सीधा सा गणित है कि बहुत से लोग आपके लिए कार्य करें तो आपका व्यापार सफल होगा और आपको बड़ा लाभ होगा. अब सवाल है कि बहुत से लोग आपके लिए जब काम करेंगे तब आप उन्हें नौकरी देंगे या उनका आपके व्यापार में हित जुड़ा होगा, यह दो ही शर्त है जिसके आधार पर व्यापार फलता फूलता है.
यह तो सभी जानते हैं कि कोई भी व्यक्ति व्यापार का हर कार्य खुद नहीं कर सकता है. इसके लिए उसके पास अपार धन होना चाहिए. साथ ही वह पूरे देश में अकेले के दम पर अपना व्यापार फैला नहीं सकता है क्योंकि उस पर वास्तविक नियंत्रण भी संभव नहीं होता है. आप कितने भी अपने क्षेत्र के दिग्गज हों लेकिन अकेला कभी कुछ नहीं किया जा सकता है. आपको अपने जैसे लोगों का समूह बनाना पड़ेगा. अपना हुनर उनमें अपनी शर्तों में बांट देना चाहिए, बदले में वे आपको अपने लाभ का एक छोटा सा अंश आपको देंगे.
जब बहुत से लोग आपके निर्देशन में और आपके ब्रांड के तहत काम करेंगे तो आपको नाम और धन लगातार मिलता रहेगा और आप सफल हो जाएंगे. इस सफलता के साथ आपको फ्रेंचाइजी देने के बदले में धन भी उपलब्ध होगा. यह पूरा व्यवसाय आपके नियंत्रण में होगा और वह बिना खर्च के पूरे देश में फैल जाएगा. आजकल देश में बहुत सी कंपनियां हैं जो अपनी फ्रेंचाइजी बेचती हैं. इसमें कई चर्चित नाम हैं.
फ्रेंचाइजी आज व्यापार का नया अध्याय है. इसमें कई तरह की फ्रेंचाइजी मिलती है, उत्पादन और विक्रय दोनों ही क्षेत्र में. फ्रेंचाइजी देने के लिए दक्षता होनी जरूरी है. साथ ही प्रोडक्ट चर्चित होना होता है. वास्तव में आपका किसी भी क्षेत्र में आविष्कार आपको फ्रेंचाइजी देने के काबिल बनाता है.