Kharmas 2021 Upay: खरमास (Kharmas 2021) को शुरू हुए कई दिन हो चुके हैं और ये 14 जनवरी तक चलेंगे. मान्यता है कि खरमास के दिनों में कोई भी मांगलिक और शुभ कार्य नहीं किया जाता. लेकिन इस दौरान पूजा-पाठ का विशेष महत्व है. इस माह में सूर्य देव (Surya Dev) और भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) की पूजा-अराधना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. खरमास (Kharmas) के दिनों की शुरुआत मार्गशीर्ष माह से पौष माह (Paush Month) के बीच होती है. ज्योतिष के अनुसार सूर्य का मीन राशि से धनु राशि में प्रवेश के दौरान खरमास (Kharmas 2021) लगता है. इसे मलमस के नाम से भी जाना जाता है.
सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से गुरू या बृहस्पति ग्रह का प्रभाव नहीं पड़ता. इस माह में पूजा-अर्चना का विशेष फल मिलता है. आइए जानते हैं खरमास के दौरान किन कार्यों को करने से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
खरमास के दौरान करें ये कार्य (Do These Things During Kharmas 2021)
- खरमास के दिनों में भगवान विष्णु की नियमित रूप से अराधना करने पर विशेष फल मिलता है. नियमित रूप से तुलसी के पत्तों (Tulsi Leaves) के साथ खीर या पंचामृत का भोग लगाएं. वहीं, खरमास में एकादशी के व्रत (Ekadashi Vrat In Kharmas 2021) रखने का भी विशेष फल है.
- ज्योतिष के अनुसार खरमास में नियमित रूप से ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करें. स्नान के बाद भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का केसर युक्त दूध से अभिषेक करें. इतना ही नहीं, तुलसी की माला (Tulsi Ki Mala) से 11 बार भगवान विष्णु के मंत्र ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः’का जाप अवश्य करें.
- पीपल के पेड़ (Peepal Ped) को गीता में श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने अपना रूप ही बताया है. इसलिए पीपल में भगवान विष्णु का वास माना जाता है. मान्यता है कि खरमास के पूरे माह नियमित रूप से पीपल के पेड़ की पूजा करने और जल अर्पित करने से भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है. पीपल के नीचे दीपक भी अवश्य जलाएं.
- धार्मिक स्थलों पर खरमास (Kharmas) के दौरान स्नान-दान आदि का विशेष महत्व है. ऐसे में अगर आप किसी पवित्र नदी में स्नान के लिए नहीं जा सकते, तो स्नान के समय जल में गंगाजल डालकर ही स्नान करने से भी पुण्य मिलता है. इसके साथ ही, सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंदों को दान दें.
- मान्यता है कि ऑफिस आदि में उन्नति के लिए खरमास की नवमी को कन्याओं को भोजन करवाने से विशेष फल मिलता है. इस दिन भूखे लोगों, पशुओं आदि को भी भोजन खिलाना चाहिए. वहीं, कहते हैं कि खरमास के दौरान किसी गुरुमंत्र का जाप भी जरूर करें.
- खरमास के दौरान सर्दी अपने पूरे जोर पर होती है. ऐसे में खान-पान की चीजों पर नियंत्रण जरूरी है. इस माह में गेहूं, चावल, जौ और मूंग की दाल, हरी सब्जियां, तिल आदि का सेवन करना चाहिए. समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक खाएं. इस बात का ध्यान रखें कि सेहत अच्छी रहने पर ही प्रभु की सेवा की जा सकती है.
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