Kharmas 2021: हिंदू धर्म में खरमास (Kharmas 2021) का विशेष महत्व है. 14 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है. इस दिन सूर्य अपनी राशि परिवर्तन करता है. सूर्य की धनु राशि में गोचर की अवधि को खरमास कहा जाता है. खरमास की शुरुआत दिसंबर के मध्य से शुरू होकर जनवरी के मध्य तक रहती है. बता दें कि किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों खासतौर से विवाह के लिए इसे शुभ नहीं माना जाता है. जब सूर्य वृश्चिक राशि से धनु राशि में गोचर करता है, तो उस अवधि को धनु संक्रांति या फिर खरमास संक्रांति (Kharmas Sankranti 2021) कहा जाता है.
क्या है खरमास की पौराणिक कथा (Kharmas Story)
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार भगवान सूर्यदेव सात घोड़ों के रथ पर लगातार ब्रह्मांड का चक्कर लगाते हैं. उन्हें कहीं भी रुकना नहीं होता है. मगर उनके रथ में जुड़े घोड़े विश्राम न मिलने से भूख-प्यास से थक जाते हैं. उनकी यह दयनीय दशा देखकर एक बार सूर्यदेव का मन द्रवित हो गया. वह उन्हें एक तालाब किनारे ले गए, लेकिन तभी आभास हुआ कि रथ रुकने पर अनर्थ हो सकता है. फिर भी सूर्य देव घोड़ों को लेकर तालाब पर पहुंचे तो देखा कि वहां दो खर यानी गधे मौजूद हैं.
सूर्यदेव ने घोड़ों को पानी और विश्राम के लिए वहां छोड़ दिया और खर को रथ में जोड़ लिया. इस कारण रथ की गति धीमी हो गई है. किसी तरह सूर्यदेव ने खर के सहारे एक माह चक्र पूरा किया. तब तक घोड़े विश्राम कर चुके होते हैं और सूर्य देव को रथ फिर रफ्तार पकड़ लेता है. इस तरह हर साल ये क्रम चलता रहता है और हर साल खरमास पड़ता है.
खरमास में करें ये कारगार उपाय (Kharmas Upay)
- अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए अभिजीत मुहूर्त में सूर्य उपासना करें.
- शाम के वक्त अस्ताचल सूर्य की आराधना से घर में अन्न-धन की कमी नहीं होती.
- भौतिक सुख साधनों की पूर्ति के लिए ब्रह्मवेला में सूर्यदेव की आराधना करें.
- खरमास के दौरान भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और सूर्यदेव की उपासना से सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
- खरमास के दौरान मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है.
- इस अवधि में तुलसी की पूजा लाभकारी होती है. शाम के समय में तुलसी पास घी का दीपक जलाएं.
- आर्थिक संकट से मुक्ति के लिए पीपल की पूजा करें. सुबह-शाम पीपल के पेड़ पर दीपक जलाने से भगवान प्रसन्न होते हैं.
- इस अवधि में पीपल की पूजा से कर्ज से छुटकारा मिलती है. साथ ही, आर्थिक समस्याएं भी दूर होती हैं.
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Kharmas 2021: 14 दिसंबर से लग रहा है खरमास, जानिए महत्व और पौराणिक कथा
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