दीवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है. सायंकाल में मां लक्ष्मी की पूजा होती है और कहते हैं इस दिन वास्तु के अनुसार कुछ विशेष उपाय कर लिए जाएं तो फिर देवी मां की कृपा प्राप्त की जा सकती है. वहीं इन उपायों से ना केवल सुख समृद्धि आती है बल्कि घर भी धन धान्य से परिपूर्ण हो जाता है.आइए जानते हैं दीवाली के दिन किए जाने वाले वास्तु के अनुसार कुछ खास उपायों के बारे में.
साफ - सफाई
यूं तो हर कोई दीवाली पर खासतौर से सफाई करता ही है लेकिन इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान भी अवश्य रूप से रखना चाहिए. इसके लिए ज़रुरी है घर से खराब हो चुकी सभी चीज़ों को निकालने की. साल भर जो बेकार का सामान हम इक्ठ्ठा करके रखते हैं दीवाली से पहले उसे जरुर हटा देना चाहिए. वहीं इस दौरान झाडू, पोछा व डस्टबीन के साथ साथ डोरमैट भी ज़रुर बदल दें.
सेंधा नमक
दीवाली के दिन घर में सेंधा नमक से पोछा लगाना उत्तम माना गया है. कहते हैं ऐसा करने से घर से सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और सकारात्मकता का वास होता है.
रोशनी
भले ही यह त्यौहार अमावस्या पर मनाया जाता है लेकिन इस पर्व में रोशनी का बहुत ही महत्व होता है. इसीलिए दीवाली पर भरपूर रोशनी का ध्यान ज़रुर रखें. इस दिन उत्तर दिशा में नीले, पीले और हरे रंग, पूर्व दिशा में लाल, नारंगी रंग, दक्षिण दिशा सफेद, जामुन और लाल रंग, पश्चिम दिशा में पीले, नारंगी, गुलाबी या ग्रे कलर के बल्ब लगाने चाहिए. कहते हैं वास्तु के नज़रिए से ये काफी लाभदायक होता है.
बंदनवार
दीवाली के दिन वंदनवार का भी काफी महत्व बताया गया है. लेकिन इस दीवाली आप आम और अशोक के पत्तों से बनी बंदनवार का इस्तेमाल करेंगे तो अति शुभ फलदायी साबित होगा. लेकिन किसी वजह से घर में यह तैयार नहीं कर सकते तो बाज़ार से भी खरीदकर लाई जा सकती है.
मंगल प्रतीक चिन्ह
दीवाली पर शुभ व मंगल चिन्हों को भी अवश्य रूप से बनाना चाहिए. वास्तु में इन शुभ प्रतीकों का काफी महत्व है. आप दीवाली परस्वास्तिक, माता लक्ष्मी के पद चिन्ह, शुभ -लाभ या मां लक्ष्मी की प्रतिमा को अपने मुख्य द्वार पर ज़रुर लगाएं.
रंगोली
वास्तु शास्त्र में रंगोली का महत्व भी बताया गया है. रंगोली के रंगों को शुभ माना गया है. इसीलिए दीवाली पर मां लक्ष्मी का स्वागत रंगोली से करें. मुख्य द्वार या घर के आंगन में रंगोली अवश्य रूप से बनानी चाहिए. इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं.