Kojagara Puja 2023 Kab Hai: अश्विन महीना 29 सितंबर 2023 से आरंभ हो जाएगा. अश्विन महीने में आने वाली पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. शरद पूर्णिमा के दिन कोजागर पूजा करने की परंपरा है. कोजागर पूजा मां लक्ष्मी को समर्पित है.
मान्यता है कि कोजागर पूजा की रात मां लक्ष्मी धरती पर विचरण करती है, जो भक्त इस दिन मध्यरात्रि में महालक्ष्मी की उपासना करते हैं उसके घर धन, वैभव, समृद्धि का कभी अभाव नहीं होता है. मां लक्ष्मी स्थिर रूप से उसके घर ठहर जाती हैं. आइए जानते हैं इस साल कोजागर पूजा की डेट, मुहूर्त और महत्व.
कोजागर पूजा 2023 डेट (Kojagara Puja 2023 Date)
इस साल कोजागर पूजा 28 अक्टूबर 2023, शनिवार को है. इसे कौमुदी व्रत भी कहते हैं. शरद पूर्णिमा की रात ही श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था. कोजागर पूजा का पर्व पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और उड़ीसा में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
कोजागर पूजा 2023 मुहूर्त (Kojagara Puja 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार अश्विन माह की पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर 2023 को प्रात: 04 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी. 29 अक्टूबर 2023 को प्रात: 01 बजकर 53 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का समापन होगा. कोजागर पूजा निशिता काल में की जाती है.
कोजागर पूजा समय - 28 अक्टूबर 2023, रात 11.39 - 29 अक्टूबर 2023, प्रात: 12.31
चंद्रोदय समय - शाम 05.20
कोजागर पूजा महत्व (Kojagara Puja Significance)
पौराणिक मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था. वह धरती पर आईं थी. कोजागर पूजा धनदायक मानी गई है. इस दिन जो लोग रात्रि जागरण कर देवी लक्ष्मी की पूजा, मंत्र जाप करते हैं उन्हें अपार धन-दौलत का आशीर्वाद प्राप्त होता है. कहते हैं कोजागर पूजा वाले दिन दिवाली की तरह मां लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए, चंद्रोदय के बाद घर के बाहर 11 दीपक जलाकर खीर का भोग लगाना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं. इस व्रत की महीमा से मृत्यु के पश्चात व्रती सिद्धत्व को प्राप्त करता है.
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