Upay For Unlucky Ketu: लाल किताब में केतु ग्रह को एक छाया ग्रह माना गया है, जो भगवान गणेश का प्रतिनिधित्व करता है. वैदिक ज्योतिष की तरह लाल किताब में भी केतु को पापी ग्रह बताया गया है. लाल किताब के अनुसार केतु ग्रह हमेशा उल्टी चाल चलता है. इस किताब में केतु ग्रह का संबंध समाज सेवा, धार्मिक और आध्यात्मिक कर्म से बताया गया है. काला कंबल, काले तिल, लहसुनिया पत्थर, इमली, प्याज और लहसुन जैसी वस्तुएं भी केतु ग्रह से संबंधित मानी गई हैं.


लाल किताब के नकारात्मक प्रभाव


किसी जातक की कुंडली में केतु ग्रह बलवान हो तो उस व्यक्ति का झुकाव आध्यात्मिक क्षेत्र की तरफ अधिक रहता है. गुरु के साथ मिलकर केतु कुंडली में राजयोग का निर्माण करता है. शुभ केतु लोगों को चरित्रवान बनाता है. वहीं जातक की कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर हो तो उसे कई तरह की दिक्कतों से गुजरना पड़ता है. अशुभ केतु के प्रभाव से व्यक्ति का जीवन संघर्षमय रहता है. व्यक्ति हमेशा विवादों में रहता है और उसे कोर्ट में हार का सामना करना पड़ता है. कमजोर केतु की वजह से व्यक्ति को राजकीय दंड भी झेलना पड़ सकता है.


लाल किताब के उपाय


लाल किताब में केतु ग्रह की शांति के लिए बहुत ही लाभकारी और सरल उपाय बताए गए हैं. इन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति आसानी से केतु ग्रह के सकारात्मक फल प्राप्त कर सकता है. जिनका केतु कमजोर हो उन्हें माथे पर केसर या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए. वृद्ध और लाचार व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए. महिलाओं को कानों में सोने की बाली पहननी चाहिए. पिता और पुरोहित का सम्मान करने से लाभ मिलता है. कुत्ता पालने से भी पीड़ित केतु सही होता है.


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