(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hariyali Teej : हरियाली तीज व्रत पत्नी से छूटे तो पति को पूरा करने का है अधिकार
हरियाली तीज व्रत महिलाएं पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए रखती हैं, यह सबसे कठिन व्रत माना जाता है, जिसे एक बार शुरू करने के बाद पूरी उम्र रखना पड़ता है.
Hariyali Teej : 11 अगस्त को पड़ रहे हरियाली तीज व्रत को सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु ही नहीं, कुंवारी लड़कियां मनचाहे पति की कामना के लिए भी रखती हैं. सौभाग्य और श्रृंगार को समर्पित इस त्योहार पर महिलाएं और लड़कियां हाथ-पैरों में मेहंदी और आलता-महावर लगाती हैं, हरियाली तीज पर पति-पत्नी को एक साथ शिव-पार्वती की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो जाती हैं. लगभग तीन दिन चलने वाले व्रत को एक बार शुरू करने के बाद छोड़ा नहीं चाहिए. लेकिन स्वास्थ्य, व्यक्तिगत समस्या या पूजापाठ करने में अक्षम रहने पर इसे पति भी रख सकता है, जिसका फल बना रहता है. इसी रह घर में कोई और महिला है तो उसके बदले में घर की अन्य महिला या पति भी यह व्रत रख सकता है.
पूजा मुहूर्त
श्रावण के पवित्र माह में तीज का त्योहार बहुत शुभ माना जाता है. प्रतिवर्ष श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है, इस बार हरियाली तीज पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 31 मिनट से रात 10 बजकर 21 मिनट तक बन रहा है. इस दौरान मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाएगी.
तिथि
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि मंगलवार, 10 अगस्त को शाम 06.11 मिनट से शुरू होगी और 11 अगस्त 2021, बुधवार को शाम 04.56 मिनट पर समाप्त होगी. हरियाली तीज पर महिलाएं हरे वस्त्र, हरी चुनरी, हरा लहरिया, हरा श्रृंगार, मेहंदी, झूला झूलने का भी रिवाज है.
अमृत काल : सुबह 01:52 से 03:26 तक
ब्रह्म मुहूर्त : सुबह 04:29 से17 तक
विजय मुहूर्त : दोपहर 14 से 03.07 तक
गोधूलि बेला : शाम 23 से 06.47 तक
निशिता काल : रात 14 से 12 अगस्त सुबह 12:25 तक
रवि योग : 12 अगस्त सुबह 09:32 से 05:30 तक
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