Vishnu favourite mala: भगवान विष्णु की पूजा करने के लिए गुरूवार का दिन अत्यंत लाभकारी और शुभ माना जाता है. विष्णु जी की पूजा-पाठ से और उनकी प्रिय माला जपने से पापों का नाश होता है.पुराणों में माला जपना अपने इष्‍ट देवता को प्रसन्‍न करने का सबसे आसान और श्रेष्‍ठ मार्ग बताया गया है. जिस तरह शुभ प्रभाव के लिए राशि अनुसार रत्न-धातु पहनने की सलाह दी जाती है वैसे ही माला जपना और उसे धारण करने का बहुत महत्व है.आइए बताते हैं आपको विष्णु जी को कौन सी माला प्रिय है और उसे धारण करने के क्या लाभ हैं.


विष्णु जी को प्रिय है ये माला



  • वैजयंती के फूलों की माला भगवान सत्यनारायण, विष्णु जी और लक्ष्मी जी के गले में सुशोभित होती है. विष्णु जी के मंत्रों का जाप करने के लिए वैजयंती की माला का प्रयोग किया जाता है.

  • वैजयंती के बीजों से बनी ये माला भगवान कृष्ण को भी प्रिय है.वैजयंती माला हर काम में विजय दिलाने की क्षमता रखती है.इसे सही रूप से प्राण प्रतिष्ठा कराने के बाद पहनना चाहिए.

  • विष्‍णुजी को प्रसन्‍न करने के लिए सामान्‍य तौर पर तुलसी की माला से भी जप करना अत्यंत लाभकारी होता है.तुलसी की माला से खासतौर पर गुरुवार के दिन 108 बार मंत्र जप करना चाहिए. शरीर और आत्‍मा की शुद्धि के लिए भी इस माला को धारण करना उपयुक्‍त रहता है.


वैजयंती माला पहनने के फायदे



  • वैजयंती की माला पहनने से सौभाग्य में वृद्धि होती है. मन में पैदा हो रहे नकारात्मक भाव समाप्त हो जाते हैं.

  • धन लाभ के लिए इसे धारण करना शुभ माना गया है. विधि विधान से इसे धारण किया जाए तो पैसों के संबंधित समस्याएं धीर-धीरे खत्म होने लगती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.

  • वैजयंती माला का उपयोग पूजापाठ के बाद इसको सिद्ध करके किया जाता है.सोमवार या मंगवार का दिन इसे धारण करने के लिए शुभ होता है. माला धारण करते समय भगवान विष्णु के मंत्र ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप जरूर करें. ऐसा करने से आर्थिक उन्नति प्राप्त होती है.

  • युवक-युवतियों के विवाह में विलंब हो रहा है तो उन्हें गुरुवार या शुक्रवार को विशेष मंत्रों से अभिमंत्रित करके वैजयंती माला पहननी चाहिए. इससे शीघ्र विवाह की संभावनाएं बनेंगी.

  • ये माला ऊर्जा का बहतरीन स्त्रोत है. इसे धारण करने वाले जातक को कोई भी कार्य करने में डर नहीं लगता वो पूरे आत्मविश्वास के साथ उसे करता है. हर क्षेत्र में उन्हें सफलता मिलती है.

  • इसे धारण करने से सही दिशा में सोचने की शक्ति बढ़ती है. मन एकाग्र रहता है और निर्णय लेना आसान हो जाता है.


पौराणिक कथा के अनुसार


मान्यता है कि इस माला को माता पृथ्वी ने श्रीकृष्ण को सृष्टि की रक्षा के लिए युद्ध के उपरांत श्रद्धा और प्रेम से उन्हें भेंट में दी थी, तभी से श्रीकृष्ण को यह माला अत्यन्त प्रिय है.


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