Chandra Grahan June 2020: चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. वेद और पुराणों में चंद्र ग्रहण का जिक्र आता है. यहां तक की महाभारत में भी ग्रहण का जिक्र किया गया है. हिंदू धर्म में ग्रहण को विशेष महत्व दिया गया है. ग्रहण के दौरान चंद्रमा जिस राशि में होता है वह राशि पीड़ित हो जाती है. जिस कारण उस राशि के जातकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस बार चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि में पड़ रहा है.


वृश्चिक राशि का परिचय
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल ग्रह को माना गया है. मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति माना गया है. यह जल तत्व राशि होती है. इसलिए वृश्चिक राशि वालों में गंभीरता होती है. ऐसे लोग बुद्धिमान होते हैं. इन लोगों को एकांत में रहना अधिक पसंद आता है. वृश्चिक राशि का स्वरूप बिच्छु है.



वृश्चिक राशि पर ग्रहण का फल
ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. वृश्चिक राशि में ग्रहण लगने के कारण इस राशि के जातकों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. वहीं पेट संबंधी दिक्कत भी हो सकती है. इसे लोगों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. संक्रमित बीमारियों से बचने का भी प्रयाय इस दौरान करना चाहिए. धन हानि की भी संभावना है, जॉब को लेकर चिंता हो सकती है. शत्रु भी सक्रिय हो सकते हैं. जो हानि पहुंचाने की चेष्टा कर सकते हैं.


अशुभता को दूर करने के उपाय
वृश्चिक राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण की अशुभता को दूर करने के लिए सर्वप्रथम सुबह उठकर स्नान करना चाहिए. स्नान करते समय पानी में गंगा जल की बूदें अवश्य मिला लें. इसके बाद पूजा करें. भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा करें. पूजा के बाद गरीबों को दान दें.


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