5 July 2020 Chandra Grahan Time in India: चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. देश दुनिया पर भी इसका प्रभाव रहता है. सूर्य ग्रहण के 14 दिन बाद एक फिर ग्रहण की स्थिति बन रही है. 5 जुलाई को लगाना वाला चंद्र ग्रहण वर्ष 2020 का चौथा ग्रहण है. इससे पहले ठीक एक माह पहले यानि 5 जून 2020 को भी चंद्र ग्रहण लगा था. 30 दिन की भीतर यह दूसरा चंद्र ग्रहण है. इस दिन गुरु पुर्णिमा का पर्व भी है.


धनु राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण
धनु राशि में इस बार का चंद्र ग्रहण लग रहा है. धनु राशि में 30 जून को देव गुरु बृहस्पति ने प्रवेश किया. जहां पहले से ही राहु मौजूद है. ग्रहण के दौरान बृहस्पति पर राहु की दृष्टि धनु राशि को प्रभावित करेगी. चंद्रमा कमजोर होने से मन अशांत और नकारात्मक विचार आ सकते हैं. इसलिए इस अवस्था से बचने की कोशिश करें.


चंद्रमा की अशुभता से बचने के उपाय
ग्रहण के दौरान चंद्रमा पीड़ित हो जाते हैं. ऐसे में चंद्रमा का पूरा प्रभाव नहीं पड़ता है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर अवस्था है उन पर इसका अधिक प्रभाव देखा जाता है. इसलिए चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए सफेद वस्त्रों का दान करें, भगवान शिव की पूजा करें और पूर्णिमा को चंद्रमा को जल अर्पित करें. ऐसा करने से चंद्रमा की अशुभता कम होती है.


चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक मान्य नहीं
5 जुलाई को लगने वाले चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं है. इस ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है. जब उपछाया ग्रहण होता है तो सूतक नहीं लगता है. इसलिए भोजन और पूजा आदि कार्य किए जा सकते हैं. लेकिन गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें और नियमों का पालन करें.


चंद्र ग्रहण: समय
उपच्छाया से पहला स्पर्श: 08:38 प्रात:
परमग्रास चन्द्र ग्रहण: 09:59 प्रात:
उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 11:21 प्रात:
ग्रहण अवधि: 02 घण्टे 43 मिनट 24 सेकेंड


Lunar Eclipse 2020: 5 जुलाई को लगने वाले चंद्र ग्रहण में जानें सूतक काल का प्रभाव