Lunar Eclipse 2021: ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व होता है क्योंकि ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ घटना के तौर पर देखा जाता है. चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है. चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ व मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि चंद्र ग्रहण के दौरान किये गये कार्यों का अशुभ फल प्राप्त होता है. इस दौरान मंदिरों के कपट बंद रहते हैं. ग्रहण के समय मंदिरों में या अन्य कहीं भी भगवान की पूजा नहीं की जाती है. देवी देवताओं की प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं किया जाता है.


ज्योतिष गणना के अनुसार, इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा. यह ग्रहण वृषभ राशि में लगेगा. जिसका प्रभाव वृषभ राशि के जातकों के साथ अन्य राशियों पर भी पड़ेगा. इस लिए वृषभ राशि के साथ इन राशियों को कुछ मामलों में अत्यंत सावधानी बरतनी होगी.



वृषभ राशि वाले रहें सावधान


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लग रहा है. इस लिए इस राशि वालों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है. मौजूदा समय में वृषभ राशि में राहु का गोचर चल रहा है. इस लिए चंद्र ग्रहण के दौरान इन्हें धन, नौकरी, व्यापार और रिश्तों के मामलों में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.


कहां दिखेगा साल का आखिरी दूसरा चंद्र ग्रहण


साल 2021 का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत के कुछ हिस्सों में, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई पड़ेगा.