Lakshmi Puja Vidhi: शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख शांति और समृद्धि का प्रवेश होता है. माता लक्ष्मी को इन तीनों ही कारकों की देवी माना गया है. माता लक्ष्मी को धन की देवी भी कहा जाता है. जिन लोगों पर माता लक्ष्मी की कृपा और आर्शीवाद होता है उनके जीवन में धन की कोई कमी नहीं रहती है.


विष्णु पुराण के अनुसार माता लक्ष्मी भृगु और ख्वाती की पुत्री हैं. इनका निवास स्थान स्वर्ग है. माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं. इसलिए लक्ष्मी जी की पूजा करने से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं और ये भी पूजा करने वाले भक्तों को अच्छे फल प्रदान करते हैं. शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा भक्तिभाव से करनी चाहिए. इस दिन नियम पूर्वक पूजा करने से जीवन में धन की कमी दूर होती है.


लक्ष्मी पूजन विधि


जल में गंगाजल मिलाकर मूर्ति और पूजा स्थान को इस मंत्र के साथ शुद्ध करें.


ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा.
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: वाह्याभंतर: शुचि:.


पूजन में रोली, कुमकुम, पान, सुपारी, लौंग, इलायची का प्रयोग करें. लाल, गुलाबी और पीले रंग के वस्त्र मां लक्ष्मी को प्रिय है. इसलिए इन रंगों का प्रयोग करें. कमल और गुलाब के फूल मां के चरणों में चढ़ाएं. इसके बाद नारियल, सीताफल, बेर, अनार और सिंघाड़े का भोग लगाएं. इन दिनों लॉकडाउन में मिठाई मिलना संभव नहीं है, तो घर में हलवा बनाकर भी भोग लगा सकते है. इसके बाद दीपक जलाएं.


मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जाप करें


धनमग्निर्धनं वायुर्धनं सूर्यो धनं वसु:.
धनमिन्द्रो बृहस्पतिर्वरुणं धनमस्तु ते.
अश्वदायै गोदायै धनदायै महाधने.
धनं मे जुषतां देवि सर्वकामांश्च देहि मे.
मनस: काममाकूतिं वाच: सत्यमशीमहि.
पशूनां रूपमन्नस्य मयि श्री: श्रयतां यश:.


9 अप्रैल से आरंभ हो रहा है भगवान विष्णु का प्रिय मास वैशाख, इन बातों का रखें ध्यान