Magh Mela 2023: माघ मेला के तृतीय स्नान पर्व 'मौनी अमावस्या' (Mauni Amavasya) पर बीते दिन यानी शनिवार को 1.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान श्रद्धा में डूबे लोगों और साधुओं तथा संतों पर मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से फूलो की बारिश की.


मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने की वजह से श्रद्धालु शुक्रवार से ही भारी संख्या में मेले में शिरकत करने लगे थे. शुक्रवार को रात 12 बजे से लेकर शनिवार दोपहर 12 बजे तक लगभग 1.5 करोड़ भक्तों ने गंगा और संगम में श्रद्धा की डुबकी लगाई. इसकी जानकारी प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने दी है.  


न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, SSP (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने कहा कि मेले की सिक्योरिटी के लिए 5 हजार से ज्यादा स्टाफ की तैनाती की गई थी. इनमें सिविल पुलिस, घुड़सवार पुलिस, महिला पुलिस, LIU की टीम, इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट के ऑफिसर, स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF), नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF), वाटर पुलिस आदि के स्टाफ शामिल हैं.


राजीव मिश्र के मुताबिक, मेले में फ्लोटिंग यानी पानी में तैरती पुलिस चौकी और रिवर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि CCTV कैमरों, ड्रोन कैमरों और  शरीर पर लगाए जाने वाले कैमरों से लोगों पर निगरानी रखी जा रही है.


इस बार गंगा का स्नान रहा खास फलदायी


उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी शनिवार को सुबह संगम में स्नान किया. बता दें कि ऐसा माना जाता है कि प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर मौन यानी चुप रहकर संगम में डूबकी लगाने से मन के पाप नष्ट हो जाते हैं. इस बार मौनी अमावस्या पर शनि अमावस्या का महायोग था, जिससे गंगा का स्नान खास फलदायी रहा.


माघ मेले का अगला स्नान 26 जनवरी को यानी गणतंत्र दिवस के दिन बसंत पंचमी पर पड़ेगा. इसके बाद 5 फरवरी को माघी पूर्णिमा तथा 18 फरवरी को महाशिवरात्रि होगा. इसके बाद माघ मेले का समापन हो जाएगा.


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