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Magh Purnima: आज है माघ पूर्णिमा, इस दिन नदी में स्नान करने और दान देने से मिलता है 32 गुना फल, जानें ये 6 खास बातें
Magh Purnima: माघ महीने के अंतिम दिन की तिथि को माघ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इसी दिन संगम के किनारे कल्पवास करने वाले लोग संगम में स्नान करके अपना कल्पवास पूरा करते हैं.
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Source: Twitter
Magh Purnima: आज माघ महीने की पूर्णिमा तिथि है. हमारे धर्मशास्त्रों में माघ महीने की यह पूर्णिमा तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है. माघ महीने के अंतिम दिन की तिथि को ही माघ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इस दिन चंद्रदेव की पूजा के साथ ही साथ भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है. माघ पूर्णिमा को बत्तीसी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. आइए जानते है माघ पूर्णिमा के बारे में कुछ खास बातें
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- माघ पूर्णिमा के ही दिन विद्या और कला की देवी मां सरस्वती के ही एक स्वरुप ललिता महाविद्या की भी जयंती मनाई जाती है.
- माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास का जन्म होने के कारण संत रविदास जयंती भी इसी दिन पूरे धूम-धाम से मनाई जाती है.
- हमारे हिन्दू धर्म में कल्पवास करने की परंपरा बहुत पुरानी है. इस परंपरा के अनुसार लोग पूरे एक महीने तक संगम के किनारे व्रत और संयम के साथ रह कर रोज संगम में स्नान करते हैं. संगम के किनारे कल्पवास करने वाले लोगों का कल्पवास माघ पूर्णिमा के स्नान के बाद ही संपन्न माना जाता है.
- धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु माघ पूर्णिमा के अवसर पर गंगाजल में निवास करते हैं. इसलिए इस दिन गंगाजल में स्नान करने या आचमन करने से व्यक्ति को पुण्यफल की प्राप्ति होती है.
- ऐसा भी माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन यदि कोई व्यक्ति नदी में स्नान कर दान-पुण्य करता है तो उसे इसका 32 गुना फल प्राप्त होता है.
- ऐसी भी माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के अवसर पर देवता भी स्नान करने के लिए प्रयाग आते हैं. इसलिए इस अवसर पर संगम में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश हो जाता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है.
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