Mahashivratri 2020 : महाशिवरात्रि का पर्व परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. बोर्ड एग्जाम शुरू हो चुके हैं.  भगवान शिव का संबंध ज्ञान से भी है. जिन स्टूडेंट को एग्जाम को लेकर भय है या फिर पढ़ाई में कोई बाधा आ रही है तो उन्हें महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा जरूर करनी चाहिए.


इन लक्षणों को पहचानें


शिक्षा में राहु-केतु बाधा उत्पन्न करते हैं. जब कुंडली में यह ग्रह खराब फल देने लगते हैं तो शिक्षा में कई तरह की बाधाएं आती हैं. आसानी से ये शिक्षा को पूरा नहीं होने देते हैं. वहीं अगर परीक्षा के दौरान तनाव या फिर भ्रम की स्थिति बनी रहती है तो भी समझ जाना चाहिए कि राहु केतु अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं.


भगवान शिव की करें पूजा


महाशिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद मंदिर में भगवान शिव को जल चढ़ाएं. बेल पत्री, पुष्प, फल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से भगवान शिव का अभिषेक करें. ऐसा करने से राहु-केतु की अशुभता को काम करने में मदद मिलेगी.


जब पढ़ाई में मन न लगे


पढ़ाई में मन न लगने के पीछे चंद्रमा का हाथ होता है. चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. पढ़ते समय जब ध्यान न लगे और एक भटकाव की स्थिति बनने लगे तो चंद्रमा का उपाय करना बहुत ही जरूरी हो जाता है. इसके लिए भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए. चंद्रमा को भगवान शिव अपनी जटाओं में धारण करते हैं. भगवान शिव की पूजा करने से चंद्रमा की अशुभता दूर होती है.


जब याद करने में परेशानी आए


किसी भी प्रश्न के उत्तर को याद करने और विषय को समझने में दिक्कत आने लगे तो  ये बुध की अशुभता के कारण होता है. भगवान शिव की पूजा करने से भगवान गणेश जी का भी आर्शीवाद मिलता है. बुध का संबंध गणेश जी से है. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से माता पार्वती और भगवान गणेश जी भी प्रसन्न होते हैं.


Mahashivratri 2020 : इस मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करने से धन की कमी होगी दूर