महाशिवरात्रि पर ही खुलता है भगवान शिव का ये मंदिर, मनोकामना पूरी होने पर करना पड़ता है ये काम, जानें मंदिर से जुड़ी बातें
देशभर में भगवान शिव के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. सालभर लाखों सैनानी इन मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए दूर-दूर से भक्तों की लाइन लगती है. आइए जानें.
देशभर में भगवान शिव के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. सालभर लाखों सैनानी इन मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए दूर-दूर से भक्तों की लाइन लगती है. लेकिन मध्य प्रदेश में महादेव का एक मंदिर ऐसा भी है, जो केवल महाशिवरात्रि के दिन ही खुलता है. भोलेनाथ का ये मंदिर मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है. प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध ये मंदिर एक ऊंचे पहाड़ पर स्थित है. यहां भगवान सोमेश्वर महादेव के दर्शन काफी दुर्लभ माने जाते हैं.
सिर्फ महाशिवरात्रि पर खुलता है मंदिर-
सोमेश्वर महादेव मंदिर की खास बात यह है कि इसके पट साल में सिर्फ एक बार महाशिवरात्रि के दिन ही खुलते हैं. सुबह 6 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक सिर्फ 12 घंटे के लिए मंदिर के द्वार खोले जाते हैं. प्रशासनिक और पुरातत्व विभाग की मौजूदी में मंदिर को खोला जाता है और सूर्यास्त के बाद बंद कर दिया जाता है.
सभी मनोकामना होती है पूर्ण-
बंद मंदिर के लिए भी भक्त यहां पहुंचते हैं. सालभर भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. मंदिर के गेट पर ताला लगा रहता है. भक्त गेट के बाहर से बाबा सोमेश्वर की पूजा करते हैं और मन्नत मांगते हैं. मन्नत मांगने के दौरान ये लोग मंदिर के लोहे के गेट पर कलावा या कपड़ा बांध जाते हैं, जिसे मन्नत पूरी होने के बाद खोलने के लिए आना पड़ता है.
श्रावण मास में ऐसे करते हैं दर्शन
मंदिर को लेकर एक बात प्रचलित है कि यहां कि शिवलिंग पर जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं, तो यह सोने से चमक उठती है. वहीं, श्रावण मास में श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध किए जाते हैं. शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए अलग से इंतजाम किए जाते हैं. एक लोहे की जाली लगाकर भगवान शिव के दूर से ही दर्शन कराए जाते हैं और पाइप के जरिए शिवलिंग पर जल अर्पित किया जाता है.
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