(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mahashivratri 2022 Upay: घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए महाशिवरात्रि का दिन बेहद खास, इन उपायों से दूर होंगे घर के कलह
Vastu Dosh Upay: साल की सबसे बड़ी शिवरात्रि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. इस दिन भोलेनाथ की पूजा का विधान है. इस दिन शिव परिवार की पूजा की जाती है.
Mahashivratri Vastu Dosh Upay: साल की सबसे बड़ी शिवरात्रि फाल्गुन मास (Falgun Month) के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. इस दिन भोलेनाथ की पूजा (Bholenath Puja) का विधान है. धार्मिक मान्यता है कि भगवान शिव का रुद्राभिषेक (Rudrabhishek Of Lord Shiva) करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनके सभी कष्ट दूर होते हैं. इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च 2022 (Mahashivratri 2022) को मनाई जाएगी. महाशिवरात्रि की पूजा (Mahashivratri Puja) करने से घर के वास्तु दोषों (Vastu Dosh) को भी दूर किया जा सकता है. आइए जानते हैं महाशिवरात्रि के दिन किन उपायों (Mahashivfatri Upay) से इन दोषों को दूर किया जा सकता है.
महाशिवरात्रि के उपाय (Maha Shivratri Upay)
- मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग (Shivling) का अभिषेक करने के बाद जलढ़री का जल घर ले आएं और 'ॐ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च' मंत्र बोलते हुए घर में इस जल का छिड़काव कर दें. इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और घर में खुशहाली आती है.
- घर में लगातार कलह-क्लेश, रोग या अन्य समस्याएं बनी हुई हैं, तो इन्हें दूर करने से घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रूद्राभिषेक करने से समस्याओं का अंत होता है.
- घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए महाशिवरात्रि (Vastu Dosh Upay On Mahashivratri) के दिन घर के पूरब या उत्तर-पश्चिम में बेल का पेड़ लगाने से लाभ मिलेगा. इस पेड़ में नियमित रूप से जल दें. साथ ही, महाशिवरात्रि के दिन शाम के समय पेड़ के पास घी का दीपक जलाएं.
- महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) के दिन घर के क्लेश दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व दिशा में शिवजी के परिवार की फोटो लगाएं. इससे घर में शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों के विचार शुद्ध होते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.