Mahatma Gandhi Death Anniversary: आज 30 जनवरी 2023 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 75वीं पुण्यतिथि है. इस मौके पर उन्हें याद किया जा रहा है. 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली माकर बापू की हत्या कर दी थी.


गांधी जी के जीवन से जुड़ी कई बातें हैं. इन्हीं में एक है उनके पसंदीदा भजन. बापू हमेशा भजन सुना करते थे और गुनगुनाया भी करते थे. जानते हैं उन भजनों के बारे में जो उन्हें सबसे ज्यादा पसंद थे.


1. रघुपति राघव राजा राम




रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

सुंदर विग्रह मेघश्याम
गंगा तुलसी शालग्राम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

भद्रगिरीश्वर सीताराम
भगत-जनप्रिय सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

जानकीरमणा सीताराम
जयजय राघव सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥


2. वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे




वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे ।।


पर दुःखे उपकार करे तोये, मन अभिमान न आणे रे ।।


सकल लोक माँ सहुने वन्दे, निन्दा न करे केनी रे ।।


वाच काछ मन निश्चल राखे, धन-धन जननी तेरी रे ।।


वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे ।।


समदृष्टि ने तृष्णा त्यागी, पर स्त्री जेने मात रे ।।


जिहृवा थकी असत्य न बोले, पर धन नव झाले हाथ रे ।।


मोह माया व्यापे नहि जेने, दृढ वैराग्य जेना तन मा रे ।।


राम नामशुं ताली लागी, सकल तीरथ तेना तन मा रे ।।


वण लोभी ने कपट रहित छे, काम क्रोध निवार्या रे ।।


भणे नर सैयों तेनु दरसन करता, कुळ एको तेर तार्या रे ।।


3. साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल




दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल


साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल


आंधी में भी जलती रही गांधी तेरी मशाल


साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल


दे दी ...


धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई


दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई


दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई


वाह रे फकीर खूब करामात दिखाई


चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल


साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल


दे दी ...


रघुपति राघव राजा राम


शतरंज बिछा कर यहां बैठा था ज़माना


लगता था मुश्किल है फ़िरंगी को हराना


टक्कर थी बड़े जोर की दुश्मन भी था ताना


पर तू भी था बापू बड़ा उस्ताद पुराना


मारा वो कस के दांव के उलटी सभी की चाल


साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल


दे दी ...


रघुपति राघव राजा राम


जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़े


मज़दूर चल पड़े थे और किसान चल पड़े


हिंदू और मुसलमान, सिख पठान चल पड़े


कदमों में तेरी कोटि कोटि प्राण चल पड़े


फूलों की सेज छोड़ के दौड़े जवाहरलाल


साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल


दे दी ...


रघुपति राघव राजा राम


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