![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
Mahavir Jayanti 2023: महावीर जयंती कब ? जानें कैसे वर्धमान से बने भगवान महावीर
Mahavir Jayanti 2023: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है. जानते हैं इस साल महावीर जंयती कब मनाई जाएगी, क्या है भगवान महावीर के सिद्धांत और इस दिन का महत्व.
![Mahavir Jayanti 2023: महावीर जयंती कब ? जानें कैसे वर्धमान से बने भगवान महावीर Mahavir Jayanti 2023 Date Puja time Lord mahavir birth anniversary significance Mahavir Jayanti 2023: महावीर जयंती कब ? जानें कैसे वर्धमान से बने भगवान महावीर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/03/30/35be713586f535b780a7fe0b654a52791680170653464499_original.jpeg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Mahavir Jayanti 2023: हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती मनाई जाती है. इस दिन जैन धर्म के लोग 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मोत्सव मनाते हैं. कहा जाता है कि भगवान महावीर करीब 599 ईसा पूर्व बिहार के कुंडलपुर के राज घराने में जन्में थे. इनका बचपन का नाम वर्धमान था. 30 साल की उम्र में इन्होंने राजपाट त्यागकर संन्यास धारण कर लिया था और आध्यात्म की राह पर चल दिए. आइए जानते हैं इस साल महावीर जंयती कब मनाई जाएगी, क्या है भगवान महावीर के सिद्धांत और इस दिन का महत्व.
महावीर जयंती 2023 डेट (Mahavir Jayanti 2023 Date)
साल 2023 में महावीर जयंती 4 अप्रैल 2023 को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान महावीर का 2621वां जन्मदिवस मनाया जाएगा. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 03 अप्रैल 2023 को सुबह 06 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 04 अप्रैल 2023 को सुबह 08 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी.
महावीर जयंती पर कैसे होती है पूजा (Mahavir Jayanti Puja)
जैन धर्म की मान्यता है कि 12 साल के कठोर मौन तप के बाद भगवान महावीर ने अपनी इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर ली ती, निडर, सहनशील और अहिंसक होने के कारण उनका नाम महावीर पड़ा. 72 साल की उम्र में उन्हें पावापुरी से मोक्ष प्राप्ति हुई. महावीर जयंती के दिन जैन धर्म के लोग प्रभातफेरी, अनुष्ठान, शोभायात्रा निकलाते हैं और फिर महावीर जी की मूर्ति का सोने और चांदी के कलश जलाभिषेक किया जाता है. इस दौरान जैन संप्रदाय के गुरु भगवान महावीर के उपदेश बताते हैं और उनपर चलने की सीख दी जाती है.
ये हैं भगवान महावीर के पंचशील सिद्धांत (Mahavir ji Five Lessons)
राजसी ठाठ छोड़कर आध्यात्म की राह अपनाने वाले भगवान महावीर स्वामी ने जीवनभर संपूर्ण मानव जाति को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का काम किया. महावीर स्वामी के 5 प्रमुख सिद्धांत बताए थे, जिन्हें पंचशील सिद्धान्त कहा जाता है. इनमें
- सत्य
- अहिंसा
- अस्तेय यानी चोरी नहीं करना
- अपरिग्रह यानी विषय व वस्तुओं के प्रति लगाव न होना
- ब्रह्मचर्य का पालन करना.
भगवान महावीर के इन पांच सिद्धांतों का पालन करने वाले मोक्ष को प्राप्त होते हैं.
Shukrawar Niyam: शुक्रवार के दिन कभी नहीं खरीदनी चाहिए ये चीजें, मां लक्ष्मी हो जाती हैं नाराज
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. अमित सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/8c07163e9831617114971f5a698471b5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)