खरमास में भूलकर भी न करें ये काम, नहीं तो हो सकती है परेशानी
खरमास या मलमास में शुभ कार्य नहीं करने चाहिए. यह समय व्यक्ति के आत्म मंथन करने का समय माना गया है. खरमास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
Malmas 2020: मलमास यानि खरमास लगने के कारण अब एक माह तक किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं कर सकेंगे. खरमास 14 अप्रैल से शुरू हो चुका है. आइए जानते हैं खरमास में कौन- कौन से शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. यह काल मलिन दशा के अंतर्गत आता है इसलिए इसे मलिन या मल मास कहा जाता है.
जानकारी के अभाव होने के कारण लोग खरमास के बारे में नहीं जानते हैं. जिस कारण बाद में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खरमास का अपना वैज्ञानिक महत्व भी है. खरमास में इन कार्यो को नहीं करना चाहिए.
इन कार्यों को न करें
खरमास की अवधि में नामकरण, विवाह संस्कार, गृह प्रवेश, नया वाहन खरीदना आदि वर्जित माना गया है. 14 अप्रैल 2020 से शुभ कार्य किए जा सकेंगे. इस दिन खरमास समाप्त हो जाएगा.
सूर्य का गोचर
इस समय सूर्य गुरु की राशि मीन में गोचर कर रहे हैं. सूर्य के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ेगा. इस समय नव ग्रह की शांति का उपाय करना चाहिए. सूर्य जब भी गुरु की राशि में प्रवेश करते हैं तब तब खरमास लग जाता है.
खरमास में क्या करेंखरमास में भगवान शिव और विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इन दोनों देवताओं की पूजा करने से जीवन में आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है. इस मौसम में आलस्य और कई रोगों से संक्रमित होने का भी खतरा रहता है. इसलिए भगवान का ध्यान लगाएं. स्वच्छता का ध्यान रखें.
मन में अच्छे विचार लाएं. मलमास को आत्म मंथन करने का काल भी कहा गया है. इस दौरान व्यक्ति अपने लिए भी वक्त निकालना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य आत्मा के कारक हैं और बृहस्पति मुक्ति के. इन दोनों की इस अवस्था मे मनुष्य स्वयं की मुक्ति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है.
चाणक्य के अनुसार स्त्रियों को इन 5 चीजों से हमेशा दूर रहना चाहिए