Mangla Gauri Vrat 2022 Puja Vidhi : सावन मास में है मंगला गौरी व्रत, इस तरह से करेगें पूजा तो मिलेगा लाभ
Mangla Gauri Vrat 2022: श्रावण माह के प्रत्येक मंगलवार को महिलाएं मंगला गौरी व्रत रखती हैं. मान्यता है कि इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है और संतान प्राप्ति की इच्छा भी पूरी होती है.
Mangla Gauri Vrat 2022 Puja Vidhi : सावन के महीने में जहां महादेव की पूजा अर्चना की जाती है, वहीं इस महीने मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत भी रखा जाता है. हर मंगलवार को मंगला गौरी की पूजा-व्रत करने से सारी परेशानियां खत्म हो जाती हैं और जिंदगी में सुख-समृद्धि आती है. कहा जाता है कि जो विवाहित महिलाएं इस व्रत को विधि-विधान के साथ रखती हैं मां मंगला गौरी उनकी मनोकामना पूरी करती हैं. इस व्रत को करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है साथ ही दांपत्य जीवन में प्रेम बना रहता है. जो महिलाएं संतान प्राप्ति की कामना रखती हैं उनके लिए यह व्रत बहुत फलदायी होता है. आइए जानते हैं इस व्रत की पूजा विधि क्या है.
मंगला गौरी व्रत की पूजा विधि
- इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
- मंदिर की साफ सफ़ाई करके चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर मां गौरी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें और मां के आगे व्रत का संकल्प लें.
- इसके बाद आटे से बना हुआ दीपक जलाएं और उनकी पूजा अर्चना विधि-विधान के साथ करें.
- इस व्रत में सभी पूजन सामग्री 16 की संख्या में होती हैं जैसे- पान, सुपारी, लौंग, इलायची, सुपारी, फल, पान, लड्डू, सुहाग की सामग्री और चूड़ियां. इसके अलावा पांच प्रकार के मेवे और सात प्रकार के अन्न भी जरूरी अर्पित करें.
- इसके बाद मां गौरी की स्तुति करें और व्रत कथा सुने. अपने मन में माता पार्वती का गौरी स्वरूप के दर्शन कर उनका ध्यान करें.
- इस व्रत में एक बार अन्न ग्रहण करने का प्रावधान है इसलिए आप एक समय अन्न खा सकती हैं.
मंगला गौरी व्रत का मंत्र
सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
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