Masik Shivratri 2021: आज साल की पहली मासिक शिवरात्रि है. मासिक शिवरात्रि पर शिव भक्त भगवान शिव की व्रत रखकर पूजा करते हैं. माना जाता है कि शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई तरह की बाधाओं से मुक्ति मिलती है. साथ ही जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है.
इस मासिक शिवरात्रि पर है विशेष संयोग
पंचांग के अनुसार हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है और आज पौष कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. आज सोमवार के दिन मासिक शिवरात्रि होने से विशेष संयोग बना है क्योंकि सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित माना जाता है. इस संयोग से शिव पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
मासिक शिवरात्रि का है विशेष महत्व
पौराणिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और पूजा करने से कई प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं. मासिक शिवरात्रि का विधि पूर्वक व्रत सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है. वहीं प्रत्येक कार्य को करने की शक्ति प्राप्त होती है. वहीं जिन कन्याओं के विवाह में देरी या किसी प्रकार की बाधा आ रही है, इस व्रत को विधि पूर्वक करने से इन दिक्कतों छुटकारा मिलता है. वहीं मनोवांछित वर की इच्छा पूर्ण होती है.
भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करें
मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी की भी पूजा का विधान है. इस दिन शिव और माता पार्वती की पूजा करने से दोनों का आर्शीवाद प्राप्त होगा.
ये है पूजा की विधि
मासिक शिवरात्रि पर सुबह स्नान के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए. इस दिन भगवान शिव की प्रिय चीजों का भोग लगाएं. शिव मंत्र और शिव आरती का पाठ करना चाहिए. इसके साथ ही शिव पुराण, शिव स्तुति, शिवाष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ भी शुभ फल प्रदान करता है.
मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार आज पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है. चतुर्दशी तिथि का आरंभ 14 बजकर 32 मिनट पर होगा. चतुर्दशी तिथि का समापन 12 जनवरी को 12 बजकर 22 मिनट पर होगा.
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