Masik Shivratri June: देवाधिदेव महादेव(Mahadev) जिन्हें प्रसन्न कर समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति की जा सकती है लेकिन इन्हें प्रसन्न करना इतना भी आसान नहीं. पर एक व्रत ऐसा है जो भगवान शिव(Shiv Ji) को सबसे ज्यादा प्रिय है और वो शिवरात्रि(Shivratri) का व्रत. यूं तो साल में दो बड़ी शिवरात्रि आती है एक फाल्गुन मास की चतुर्दशी को तो दूसरी श्रावण मास की चतुर्दशी के दिन लेकिन हर महीने मासिक शिवरात्रि का व्रत(Masik Shivratri Vrat) करके भी भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त की जा सकती है. इस बार 8 जून यानि कि मंगलवार को मासिक शिवरात्रि(Masik Shivratri 2021) का व्रत है. 


मासिक शिवरात्रि का महत्व
कहते हैं मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद ही आसान है. वो केवल उनका नाम जपने भर से ही खुश हो जाते हैं क्योंकि भोलेनाथ वाकई बड़े ही भोले हैं. ये व्रत अत्यंत शुभ फलदायी बताया गया है. जो भी ये व्रत करता है उसे कभी कोई कष्ट नहीं होता और तमाम मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती है. 


मासिक शिवरात्रि व्रत विधि
भगवान सिव को समर्पित मासिक शिवरात्रि की पूरी पूजा विधि हम आपको बताते हैं जिसमें आपको सबसे पहले जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए. 



  • सुबह सवेरे उठें, स्नान करें और स्वच्छ कपड़े धारण करें.

  • घर के मंदिर को साफ करने के बाद गंगाजल से पवित्र करें. 

  • भगवान शिव की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं और मासिक शिवरात्रि व्रत का संकल्प लें. 

  • भगवान शिव और माता पार्वती दोनों की पूजा करें, ध्यान लगाएं, कथा सुनें. 

  • हो सके तो एक माला ऊं नमः शिवाय का जाप करें. 

  • भगवान भोलेनाथ पर प्रसाद का भोग लगाएं. 

  • भगवान शिव की आरती करें. 

  • दिन भर जब भी संभव हो प्रभु को याद करें, उन्ही की भक्ति में ध्यान लगाएं. 


निराहार रहकर किया जाता है व्रत
मासिक शिवरात्रि के व्रत में अन्न ग्रहण नहीं होता. शाम को फलाहान जरूर किया जा सकता है. लेकिन इस व्रत का पारण अगले दिन किया जाता है. 


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