Masik Shivratri: इस वर्ष की दूसरी मासिक शिवरात्रि 22 मार्च 2020 को है. मासिक शिवरात्रि को व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा की जाती है. मासिक शिवरात्रि के व्रत का फल शिवरात्रि की तरह माना गया है. मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से भगवान शिव अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं. वहीं जिनकी जन्म कुंडली में ग्रहों का दोष है उन दोषों को भी दूर करते हैं. आइए जानते है मासिक शिवरात्रि के बारे में-


मासिक शिवरात्रि व्रत का लाभ


मासिक शिवरात्रि पर व्रत रखने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मनचाहे वर को पाने के लिए युवतियां इस दिन व्रत रखती हैं और भगवान शिव की पूजा करती हैं. जिन लोगों के जीवन में परेशानियां चल रही हैं वे अगर मासिक शिवरात्रि पर व्रत रखते हैं और शिव मंदिर में अभिषेक करते हैं उनकी परेशानियां दूर होती हैं.


विवाह में आने वाली रूकावट दूर होती हैं


जिन कन्याओं का विवाह होने में रूकावट आती है उन्हें इस दिन व्रत रखने से विशेष फल प्राप्त होता है. व्रत रखने और पूजा करने से विवाह में आने वाली हर प्रकार की रूकावट दूर होती है.


पूजा विधि


इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजा आरंभ करनी चाहिए. भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और उनकी प्रिय वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए. इसके बाद मां पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिक और नंदी की पूजा करनी चाहिए.


इनका पाठ करें


मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आर्शीवाद पाने के लिए शिव पुराण, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव बीज मंत्र और शिव श्लोक का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से विशेष लाभ होता है.


22 मार्च मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त

शिवरात्रि प्रारम्भ: सुबह 10 बजकर 07 मिनट से अगले दिन


शिवरात्रि समाप्त: दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक


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