Masik Shivratri: शिवरात्रि की पूजा हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को किया जाता है. हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ने वाली शिवरात्रि को मासिक शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. शिवरात्रि की पूजा रात्रि में ही करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. भगवान शिव शुभ अशुभ कर्मों का फल प्रदान करते हैं. आदि देव शंकर की उपासना करने से लोगों को हर तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. इसलिए प्रत्येक माह में शिवरात्रि के दिन शिव की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. मई के महीने में 28 तारीख को शिवरात्रि व्रत रखा जाएगा.


मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि


शिवरात्रि की पूजा में भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए सुबह सुबह स्नान करके शिव मंदिर तक जाकर शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाकर जल या दूध से अभिषेक करने पर भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. शिव उपासना से घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. शिव पूजा के साथ-साथ मां पार्वती की भी आराधना करनी चाहिए. जिससे घर में सुख शांति और समृद्धि बढ़ती है.


घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए और आने वाले संकटों से बचने के लिए भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए. शिवरात्रि का व्रत रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. बेलपत्र और धतूरा चढ़ाकर करके भगवान शिव की आराधना करें और ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहे.



 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.