Masik Shivratri Vrat 2022: भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने और मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत (Masik Shivratri Vrat 2022) रखा जाता है. इस व्रत को सभी आयु वर्ग के पुरुष, महिला, कन्या और बच्चे कर सकते हैं. इससे मनोवांछित फल प्राप्त होता है. शिवरात्रि शिव और शक्ति के संगम का पर्व है. इस दिन व्रत रखने से लोगों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती हैं. उनको मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति मिल जाती है.


शिवरात्रि व्रत (Shivratri Vrat 2022) में रात्रि का विशेष महत्व है. इस व्रत में रात्रि में जागरण किया जाता है. जिसमें भगवान भोलेनाथ की स्तुति की जाती है. ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप किया जाता है.


मासिक शिवरात्रि व्रत कब? (Masik Shivratri Vrat 2022 ?)


मासिक शिवरात्रि का व्रत (Shivratri Vrat 2022) 27 जून दिन सोमवार को रखा जाएगा. सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना और अनुष्ठान के लिए अच्छा माना जाता है.


मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व (Masik Shivratri Vrat Importance)


मासिक शिवरात्रि का व्रत (Masik Shivratri Vrat) किसी भी शिवरात्रि से प्रारंभ किया जा सकता है, लेकिन इस व्रत का प्रारंभ महाशिवरात्रि के दिन से ही किया जाना चाहिए. इससे भगवान शिव सभी मनोकामना पूरी करते हैं. जो कन्या मनोवांछित वर प्राप्त करना चाहती हैं, वह मासिक शिवरात्रि का व्रत रखती हैं. जिससे उसके विवाह में आ रही अड़चन दूर हो जाती है. मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने के लिए सुबह सुबह स्नान करके मंदिर में जाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं. शिवलिंग पर जल और दूध का अभिषेक करते हैं. मंदिर में रखे शिवलिंग पर बेलपत्र और धतूरा चढ़ाते हैं.


शिव की आराधना करते समय ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहते हैं. शिवरात्रि का व्रत रखने वाले फलाहार करते हैं. पूरे दिन भर अन्न नहीं ग्रहण करते हैं. अगले दिन भगवान शिव की पूजा करने के बाद और यथासंभव दान देने के उपरांत ही अपना व्रत समाप्त करते हैं.



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